Siwan News: सिवान में सरयू नदी ने बढ़ाई टेंशन, मंडरा रहा बाढ़ का खतरा; कई गांवों में हो रहा कटाव
Siwan News बिहार के सिवान में सरयू नदी ने कई गांवों के लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। कई गांवों में कटाव की बात सामने आ रही है। ग्रामीणों की माने तो हर साल खेती योग्य भूमि को भी भारी नुकसान होता है। सरयू नदी की तेज धार से गांव के अधिकतर झोपड़ी पक्के मकान शौचालय जमीन बाढ़ के पानी बह जाते थे।
संवाद सूत्र, गुठनी (सिवान)। Siwan News: प्रखंड के आधा दर्जन से अधिक गांव पर हर साल बाढ़ का खतरा मंडराता रहता है। इन गांव के किसानों की फसलों को भारी नुकसान हो जाता है। प्रखंड के बलुआ, तीरबलुआ, ग्यासपुर, खड़ौली, मैरीटार, सोनहुला, सोहगरा, गोहरुआ, बिहारी, योगियाड़ीह गांव पर बाढ़ का खतरा हमेशा बरसात के दिनों में रहता है। ग्रामीणों की माने तो हर साल खेती योग्य भूमि को भी भारी नुकसान होता है।
इनमें दियरा इलाके से सटे कृषि योग्य भूमि सरयू नदी की तेजधार में बह जाती है। हालांकि, ग्रामीणों ने इसकी कई बार शिकायत सांसद, विधायक, प्रमुख, मुखिया, डीएम, एडीएम, एसडीओ, बीडीओ व सीओ को लिखित रूप से दिया। ग्रामीणों का कहना था कि लिखित शिकायत के बावजूद आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
तीरबलुआ गांव के समीप कटावरोधी कार्य नहीं हुआ पूर्ण
Siwan News: प्रखंड के सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित गांव में शामिल तीरबलुआ पर हर साल बाढ़ के समय नामोंनिशान मिटने का खतरा है। युवाओं के जागरूक होने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा तत्काल गांव के समीप 300 मीटर से अधिक कटाव निरोधी कार्य को करने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीणों का कहना था कि सरयू नदी की तेज धार से गांव के अधिकतर झोपड़ी, पक्के मकान, शौचालय, जमीन बाढ़ के पानी बह जाते थे। वहीं गांव बाढ़ का पानी में टापू में तब्दील हो जाता है।
तीरबलुआ गांव के युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में इस मामले को उठाया गया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव, आपदा सचिव, गृह सचिव, डीएम, एडीएम, एसडीओ, बाढ़ विभाग के कार्यपालक अभियंता, बाढ़ विभाग के एसडीओ को त्वरित कार्य करने का निर्देश दिया था।
कहते हैं पदाधिकारी
बाढ़ से पूर्व की तैयारियां पूरी कर ली गई है। जहां कहीं पर नए कटाव हो रहे हैं उसको रोकने के लिए पूरी ताकत के साथ टीम काम कर रही है। बाढ़ व कटाव पर लगातार नजर रखी जा रही है।