Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सिवान जिले के आठ विधायकों में दो स्नातक, दो इंटर, तीन मैट्रिक व एक डिप्लोमा धारी

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 03:50 PM (IST)

    सिवान जिले के आठ विधायकों में शैक्षणिक विविधता देखने को मिलती है। इनमें दो स्नातक, दो इंटरमीडिएट, तीन मैट्रिक पास और एक डिप्लोमा धारक हैं। यह दर्शाता है कि सिवान के मतदाताओं ने अलग-अलग शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले प्रतिनिधियों का चुनाव किया है, जिनकी शिक्षा विधायी कार्यों को प्रभावित कर सकती है।

    Hero Image

    सात सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की

    संवाद सूत्र, हुसैनगंज(सिवान)। सिवान जिले में लोकतंत्र का महापर्व संपन्न हो चुका है और आठों विधानसभा क्षेत्रों के नतीजे भी घोषित हो चुके हैं। जिले की सात सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की है, जबकि एक सीट महागठबंधन के खाते में गई। चुनावी उत्साह थमने के बाद अब विजयी विधायकों की शैक्षणिक योग्यता चर्चा का विषय बन गई है। प्रत्याशियों द्वारा दिए गए चुनावी हलफनामे के आधार पर यह जानकारी संकलित की गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सबसे पहले शिक्षा के उच्च स्तर की बात करें तो जिले से दो विधायक स्नातक हैं। गोरेयाकोठी से भाजपा विधायक देवेशकांत सिंह और सिवान सदर से भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय ने स्नातक तक की पढ़ाई पूरी की है। दोनों ही नेताओं की अकादमिक योग्यता उन्हें जिले के सबसे अधिक शिक्षित विधायकों की श्रेणी में रखती है।

    वहीं इंटरमीडिएट के बाद पढ़ाई छोड़ने वाले विधायकों की संख्या दो है। दारौंदा से भाजपा विधायक कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह और महाराजगंज से जदयू विधायक हेमनारायण साह इस श्रेणी में आते हैं। दोनों नेताओं ने इंटर तक की शिक्षा प्राप्त की है और लंबे समय से सक्रिय राजनीति में हैं।

    मैट्रिक पास विधायकों की संख्या जिले में तीन है। रघुनाथपुर से राजद विधायक ओसामा शहाब, बड़हरिया से जदयू विधायक इंद्रदेव सिंह और जीरादेई से जदयू के भीष्म प्रताप सिंह ने दसवीं तक की पढ़ाई की है। ये तीनों पहली बार और दोबारा चुने गए चेहरे अपने-अपने क्षेत्र में संगठनात्मक मजबूती और जनसंपर्क के दम पर सफलता पाते रहे हैं।

    इसके अलावा दरौली सुरक्षित सीट से लोजपा (रामविलास) के युवा नेता विष्णुदेव पासवान का प्रोफाइल सबसे अलग है। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है और पहली बार विधायक बने हैं। तकनीकी शिक्षा वाले वे जिले के इकलौते विधायक हैं।

    कुल मिलाकर सिवान का विधानसभा प्रतिनिधित्व इस बार शिक्षा के दृष्टिकोण से विविधता लिए हुए है—स्नातक से लेकर मैट्रिक और डिप्लोमा तक के आठ नेता जनता की उम्मीदों को पूरा करने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।