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    सिवान के मनरेगा मजदूरों की होगी E-KYC, नहीं होने पर रद होगा कार्ड

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 12:06 AM (IST)

    सिवान जिले में मनरेगा मजदूरों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया गया है। ई-केवाईसी नहीं कराने पर जॉब कार्ड रद्द हो जाएगा। मजदूर नजदीकी सीएससी या प्रखंड कार्यालय में आधार कार्ड और जॉब कार्ड के साथ संपर्क कर सकते हैं। इस कदम का उद्देश्य योजना में पारदर्शिता लाना और सही लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाना है।

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    ई-केवाइसी कार्य पूर्ण होने से संबंधित मजदूरों को काम उपलब्ध कराने में होगी सहूलियत। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, सिवान। जिले के सभी मनरेगा मजदूरों का आनलाइन डाटा बेस तैयार करने और मास्टर रोल बनाने के उद्देश्य से यूडीआई सत्यापन कराया जाएगा। इसके लेकर विभाग की ओर से कवायद भी शुरू हो गई है। कार्यस्थल पर मजदूरों की ई-केवाइसी हो सके, इसके लिए यूडीआइ, मनरेगा व ई-केवाइसी नामक मोबाइल एप विकसित किया गया है।

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    जिला कार्यक्रम पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि इस एप में सबसे पहले मजदूर की आईडी डालते हुए उससे संबंधित सभी जानकारी अपलोड की जाएगी। इसके बाद उक्त मजदूर का आधार कार्ड नंबर डालकर 30 सेकेंड तक फेस जांच की जाएगी।

    सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हाेने के बाद संबंधित मजदूर की ई-केवाइसी पूरी हो जाएगी। ई-केवाइसी कार्य पूर्ण होने से संबंधित मजदूरों को काम उपलब्ध कराने में सहूलियत तो होगी हीं, साथ हीं मजदूरी का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में आसानी से किया जा सकेगा। इसके साथ हीं काम करने के दौरान मजूदरों का भी सत्यापन आसानी से किया जा सकेगा।

    ई-केवाइसी नहीं कराने वाले मजदूरों का कार्ड कर दिया जाएगा रद

    ग्रामीण विकास विभाग ने जिले के सभी मनरेगा मजदूरों के ई-केवाइसी कार्य को पूरा कराने में पंचायत के जनप्रतिनिधियों से सहयोग करने की अपील की है। इससे एक भी मनरेगा मजदूर ई-केवाइसी से वंचित नहीं हो सकेगा।

    वहीं जिन मजदूरों का ई-केवाइसी नहीं होगा, उनका कार्ड रद करने की प्रक्रिया की जाएगी। ई-केवाइसी कार्य संपादित करने के लिए मनरेगा पीआरएस की तैनाती की गई है। साथ हीं उन्हें मनरेगा मजदूरों की सूची भी उपलब्ध करा दी गई है। वहीं इस कार्य को ससमय पूरा करने के लिए मैट व बीएफटी को भी जिम्मेदारी दी गई है।