सिवान में खतरे के निशान के करीब पहुंचा सरयू का जलस्तर, ग्रामीणों कि बढ़ी चिंता
बाढ़ विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार के दोपहर दरौली में सरयू का जलस्तर 58.82 मीटर दर्ज किया गया जबकि यहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित किया गया हैं। जबकि वार्निंग लेबल 59.82 मीटर निर्धारित किया गया हैं। गुरुवार के दोपहर में सिसवन में सरयू नदी खतरे के निशान से 2.58 मीटर नीचे बह रहीं हैं।

संवाद सूत्र गुठनी(सिवान)। गुठनी थाना क्षेत्र के दक्षिणी छोर से होकर बहने वाली सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब हो गया है। जिसको लेकर ग्रामीणों की चिंता काफी बढ़ गई है। वही एक तरफ बाढ़ और दूसरे तरफ कटाव को लेकर तटवर्ती इलाकों में बसे ग्रामीण परेशान हो गए हैं। हालांकि बाढ़ विभाग के पदाधिकारियों को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। लेकिन बाढ विभाग द्वारा अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं किया जा रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
बाढ़ विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार के दोपहर दरौली में सरयू का जलस्तर 58.82 मीटर दर्ज किया गया, जबकि यहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित किया गया हैं। जबकि वार्निंग लेबल 59.82 मीटर निर्धारित किया गया हैं। अर्थात दरौली में गुरुवार को सरयू नदी खतरे के निशान से दो मीटर नीचे बह रहीं हैं। वहीं सिसवन में गुरुवार को सरयू नदी का जलस्तर 54.46 मीटर दर्ज किया गया जबकि यहाँ खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित किया गया हैं। अर्थात गुरुवार के दोपहर में सिसवन में सरयू नदी खतरे के निशान से 2.58 मीटर नीचे बह रहीं हैं।
तीर बलुआ गांव से लेकर मैरीटार तक नदी के दोनों किनारों पार बहुत तेजी से कटाव हों रहा हैं। कई एकड़ कृषि योग्य भूमि सरयू के गर्भ में समा गई हैं। लेकिन बाढ़ विभाग के पदाधिकारियों का दौरान कटाव वाले इलाकों में नहीं हों रहा हैं। जिसकों लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश हैं।
ग्रामीणों का कहना हैं कि कटाव निरोधी कार्य कि जहां आवश्यकता हैं वहां विभाग कोई व्वस्था नहीं कर पा रहा हैं। वहीं बाढ़ विभाग के एसडीओ ने बताया कि बाढ़ विभाग पूरी तरह से तैयारी कर लिया हैं। सभी घाटों, किनारे के तटबंधों और विशेष कर गोगरा तट बंध पर निगारानी किया जा रहा हैं। उसके बावजूद जब जहां जैसे आवश्यकता होगी तत्काल व्यवस्था कर लिया जायेगा।
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