सिवान जिले के निचले इलाकों में घुसा सरयू नदी का पानी, फसल जलमग्न; लोगों का पलायन शुरू
बाढ़ के पानी से दियरा इलाका जलमग्न हो गया है और लोगों का पलायन शुरू हो गया है। सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बाढ़ विभाग के अनुसार दरौली में जलस्तर 61.410 मीटर दर्ज किया गया जबकि खतरे का निशान 60.82 मीटर है। सिसवन में जलस्तर 57.320 मीटर दर्ज किया गया जबकि खतरे का निशान 57.04 मीटर है।

संवाद सूत्र, गुठनी (सिवान)। प्रखंड से होकर गुजरने वाली सरयू नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है। नदी का पानी गावों के निचले इलाकों के घरों के पास तक पहुंच गया है। वहीं, दियरा क्षेत्र में रहने वाले लोगों की झोपड़ियों में भी पानी घुस गया है।
ग्रामीणों की माने तो जिस रफ्तार से नदी का जल स्तर बढ़ रहा है वह जल्द ही गांव के घरों को भी धराशायी कर देगा। पानी का बहाव करीब 25 से 30 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। इस कारण अब दियरा क्षेत्र के लोग गांवों में पलायन करना शुरू कर दिए हैं।
खतरे के निशाने से ऊपर बह रही सरयू नदी
बाढ़ विभाग के पदाधिकारियों की माने तो मंगलवार को दरौली में सरयू नदी का जलस्तर 61.410 मीटर दर्ज किया गया, जबकि यहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित है। यहां सरयू नदी खतरे के निशान से 0.59 मीटर अधिक है।
वहीं, सिसवन में सरयू नदी का जलस्तर 57.320 मीटर दर्ज किया गया, जबकि यहां खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित है। यहां सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 0.28 मीटर अधिक है। यहां पानी के बहाव की गति और तेज है।
बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन तैयार
बाढ़ विभाग के एसडीओ मनमोहन झा ने बताया कि अभी जलस्तर बढ़ रहा है। बाढ़ विभाग के साथ आपदा राहत बचाव कार्य की भी तैयारी हो रही है। सीओ डॉ. विकास कुमार ने बताया कि बाढ़ को लेकर प्रशासन सतर्क है। हर परिस्थिति के अनुसार सहयोग किया जाएगा।
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