Kharmas Kab Se Lag Raha Hai: खरमास कब से लग रहा है और कब होगा खत्म? पढ़ें जनवरी 2025 में शादी के शुभ मुहूर्त
Kharmas Kab Se Hai 2024 हिंदू धर्म में 4 दिन बाद शहनाई बजनी बंद हो जाएगी क्योंकि खरमास लगने जा रहा है। खरमास में आप किसी भी तरह के शुभ काम नहीं कर सकते हैं। आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय के मुताबिक खरमास में मुंडन जनेऊ या फिर अन्य मांगलिक संस्कार शुभ नहीं माना जाता है। 15 दिसंबर को सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे।
जागरण संवाददाता, सिवान। Shadi Shubh Muhurat: चार दिन बाद शहनाई का शोर थम जाएगा। 15 दिसंबर को खरमास लग रहा है। ऐसे में एक माह तक मांगलिक कार्यक्रम नहीं होंगे। मकर संक्रांति पर फिर से शहनाई गूंजने लगेगी। विवाह के शुभ मुहूर्त के लिए 15 जनवरी तक इंतजार कराना होगा।
आंदर के पड़ेजी निवासी आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि खरमास में मुंडन, जनेऊ या फिर अन्य मांगलिक संस्कार शुभ नहीं माना जाता है।
आचार्य ने बताया कि 15 दिसंबर को सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन से ही खरमास लग जाएगा। धनु राशि में सूर्य 30 दिन तक रहेंगे। इसके बाद 15 जनवरी (मकर संक्रांति) को धनु राशि से निकलकर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन से शुभ कार्य फिर शुरू हो जाएंगे।
धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य देव जब गुरु की राशि धनु और मीन में प्रवेश करते हैं, तो वह अपने गुरु की सेवा में लग जाते हैं और उनका प्रभाव कम हो जाता है। इस समय कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है।
खरमास के कारण गुरु का बल भी कमजोर हो जाता है और शुभ कार्य के वक्त सूर्य और गुरु दोनों का ही शुभ स्थिति में होना जरूरी है। इस वजह से खरमास में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है।
शुभ मांगलिक कार्य
विवाह मुहूर्त
जनवरी : 16,19,20,23,24,29,30
फरवरी : 02, 03, 06, 07, 16, 19, 20, 21, 24, 26
मार्च : 02, 03, 06, 07
अप्रैल : 16,18,20,21,23,25,30
मई : 01, 07, 08, 09, 11, 18, 19, 22, 23, 25, 28
जून : 01, 02, 04, 06
गृहप्रवेश :
फरवरी : 03, 06, 07, 08, 10
मार्च : 06, 08, 10
मई : 03, 07, 08, 09, 10
जून : 04, 05, 06, 07
उपनयन :
फरवरी : 03, 07
मार्च : 02, 09, 10
अप्रैल : 07, 08
मई : 02, 07, 08, 09
जून : 05, 06
गृहारंभ :
फरवरी: 08, 15
मार्च: 10
अप्रैल :16
मई : 03, 08, 10
जून : 05, 06, 07
खरमास में ये काम भूलकर नहीं करें :
- खरमास में मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
- खरमास में नामकरण, विद्या आरंभ, कर्ण छेदन का काम नहीं करना चाहिए
- अन्नप्राशन, उपनयन, विवाह, मुण्डन का काम नहीं करना चाहिए।
- गृहप्रवेश एवं गृहारंभ आदि मांगलिक कार्यों को नहीं किया जाना चाहिए।
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