सुपोषण दिवस पर पूरक आहार की दी गई जानकारी
सिवान। जिला मुख्यालय समेत प्रखंडों के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुक्रवार को सुपोषण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर छह माह के बच्चों को पूरक पोषाहार दिया गया एवं बेहतर पोषण के लिए जरूरी पूरक पोषाहार के विषय में जानकारी भी दी गई।
सिवान। जिला मुख्यालय समेत प्रखंडों के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुक्रवार को सुपोषण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर छह माह के बच्चों को पूरक पोषाहार दिया गया एवं बेहतर पोषण के लिए जरूरी पूरक पोषाहार के विषय में जानकारी भी दी गई। पोषक क्षेत्र के शिशुओं को खीर व हलवा खिलाकर इसकी शुरुआत की गई तथा छह माह के बच्चों के पिता अथवा पुरुष अभिभावक को विशेष रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों पर आमंत्रित कर उनके द्वारा हीं बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया।
साथ हीं पूरक पोषाहार के विषय में एवं सा़फ-सफाई के बारे में जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी तरणि कुमारी ने बताया कि इस अवसर पर अनुपूरक आहार के महत्व पर प्रकाश डाला गया एवं शिशु की सा़फ सफाई की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने बताया की अनुपूरक आहार शिशु के आने वाले जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। छह माह से 23 माह तक के बच्चों के लिए यह अति आवश्यक है। छह माह तक शिशु का वजन लगभग दो गुना बढ़ जाता है एवं एक वर्ष पूरा होने तक वजन लगभग तीन गुना एवं लंबाई जन्म से लगभग डेढ़ गुना बढ़ जाती है। छह माह से 8 माह के बच्चों के लिए नरम दाल, दलिया, दाल -चावल, दाल में रोटी मसल कर अर्ध ठोस, खूब मसले साग एवं फल प्रतिदिन दो से तीन बार दिन में देनी चाहिए। डीपीओ ने बताया कि इससे बच्चों के विकास में माताओं के साथ-साथ अभिभावकों की भी जिम्मेदारी का एहसास होता है। दारौंदा प्रखंड के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन दिवस मनाया गया। सीडीपीओ प्रीति कुमारी ने बताया कि इस अवसर पर प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्र पर 4 माह से 9 माह, 9 माह से 12 माह, 12 माह से 23 माह के कुल 481 बच्चों को एलएस, आंगनबाड़ी केंद्र के सेविकाओं द्वारा मुंहजूठी कराया गया। मौके पर एलएस उषा सिंह, चिता देवी, सेविका कुमारी कंचन, रिजवाना खातून, मिनावती देवी, सुनीता देवी, इंदिरा देवी, सीमा देवी आदि मौजूद थीं। साथ ही यह कार्यक्रम जीरादेई, सिसवन, महाराजगंज, पचरुखी, गुठनी, मैरवा, दरौली, रघुनाथपुर, बसंतपुर, आंदर समेत सभी प्रखंडों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों में मनाया गया।
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