Updated: Tue, 09 Sep 2025 08:14 PM (IST)
सिवान में बढ़ती जनसंख्या को चुनौती मानते हुए स्वास्थ्य विभाग परिवार कल्याण कार्यक्रम चला रहा है। जिसके तहत महिलाओं के लिए अस्थायी साधन जैसे कॉपर-टी और गर्भनिरोधक गोलियां उपलब्ध हैं। स्थायी सुरक्षा के लिए महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा है जिस पर सरकार प्रोत्साहन राशि भी देती है। ये सभी सेवाएं सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त में उपलब्ध हैं।
जागरण संवाददाता, सिवान। बढ़ती जनसंख्या न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे समाज और देश के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। सीमित संसाधनों के बीच बच्चों की परवरिश, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी जरूरतें पूरी करना मुश्किल होता जा रहा है।
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ऐसे में छोटे परिवार की अवधारणा ही सुरक्षित और सुखी भविष्य की कुंजी मानी जा रही है। इसी दिशा में सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत कई तरह के अस्थायी और स्थायी साधनों की सुविधा उपलब्ध कराई है।
उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने कही। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए कापर-टी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, साप्ताहिक और दैनिक गर्भनिरोधक गोलियां, महिला कंडोम और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली जैसे अस्थायी साधन उपलब्ध हैं।
वहीं स्थायी सुरक्षा के लिए महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा भी दी जाती है। सरकार की ओर से लाभार्थियों को बंध्याकरण कराने पर तीन हजार रुपये और प्रेरक को चार सौ रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है।
ये सभी सुविधाएं पूरी तरह निःशुल्क सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध हैं। अस्थायी साधनों की है व्यवस्था : महिलाओं के लिए विभाग की ओर से कई अस्थायी उपाय उपलब्ध हैं।
इनमें कापर-टी (380A और 375), गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, दैनिक गोली माला-एन, महिला कंडोम और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली (ईसी) प्रमुख हैं। ये सभी साधन पूरी तरह निःशुल्क सरकारी अस्पतालों और उपकेंद्रों में मिल रहे हैं।
अनचाहे गर्भ से मुक्ति का स्थायी उपाय
महिला व पुरुष नसबंदी अनचाहे गर्भ से स्थायी सुरक्षा के लिए महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा भी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है। महिला प्रसव के सात दिन के भीतर बंध्याकरण करा सकती है। यह सुविधा सीजेरियन आपरेशन के दौरान भी दी जाती है।
प्रोत्साहन राशि का है प्रावधान
सरकार लाभार्थियों और प्रेरकों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता भी देती है। प्रसव के सात दिन के भीतर महिला बंध्याकरण पर तीन हजार और इसके बाद कराने पर दो हजार मिलते हैं।
पुरुष नसबंदी पर तीन हजार की राशि दी जाती है। पीपीआईयूसीडी/पीएआईयूसीडी पर तीन सौ और अंतरा इंजेक्शन पर एक सौ प्रोत्साहन राशि मिलती है।
प्रेरक को अलग से चार सौ दिए जाते हैं। हर स्तर पर है सुविधा उपलब्ध : परिवार नियोजन की ये सभी सेवाएं स्वास्थ्य उपकेंद्र, एचडब्ल्यूसी, एपीएचसी, पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल तक उपलब्ध हैं।
अंतरा इंजेक्शन उपकेंद्र और एचडब्ल्यूसी में मिलते हैं, जबकि महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा जिला और अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी स्तर तक उपलब्ध है।
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