Chhath Puja 2023: बिहार में छठ घाटों पर कहीं गंदगी तो कहीं जलकुंभी का डेरा, व्रतियों में रोष; कब होगी साफ-सफाई?
बिहार में छठ घाटों की स्थिति काफी बदतर नजर आ रही है। कहीं छठ घाटों पर गंदगी जमा है तो कहीं जलकुंभी का डेरा है। व्रतियों में इसको लेकर रोष व्याप्त है। वहीं घाट से नदी में उतरने के लिए सीढ़ियों पर शैवाल होने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। बसंतपुर में घाट के पूर्वी क्षेत्र में जलकुंभी के कारण वहां खतरा ज्यादा बना हुआ है।

जागरण टीम, सिवान। Chhath Puja 2023 लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा में मात्र नौ दिन शेष रह गए हैं। लोग छठ पूजा की तैयारी में अभी से ही जुट गए हैं, लेकिन विभिन्न जगहों पर छठ घाट की स्थिति बदतर होने से लोगों की चिंता बढ़ गई है। छठ घाटों पर गंदगी, जंगल उपजने तथा छठ घाट जर्जर होने तथा जनप्रतिनिधि या प्रशासन द्वारा इसकी साफ-सफाई नहीं कराए जाने से लोग चिंतित नजर आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार हुसैनगंज स्थित दाहा नदी के समीप गंदगी से लोगों को छठ पूजा करने में परेशानी हो सकती है। छठ घाट के आसपास गंदगी तथा नदी में शैवाल होने से छठ व्रतियों को परेशानी हो सकती है। अभी तक प्रशासन द्वारा घाट की सफाई शुरू नहीं की गई है।
कोड़र धमई नदी छठ घाट पर गंदगी का अंबार
बसंतपुर। प्रखंड के एनएच 227ए किनारे कोड़र शिव मंदिर के समीप धमई नदी छठ घाट पर गंदगी का अंबार लगा है। इस घाट की सफाई नहीं कराए जाने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। वहीं घाट से नदी में उतरने के लिए सीढ़ियों पर शैवाल होने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। घाट के पूर्वी क्षेत्र में जलकुंभी के कारण वहां खतरा ज्यादा बना हुआ है। इस संबंध में मुख्य पार्षद अमित कुमार ने बताया कि शीघ्र ही घाट की साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
जलकुंभी से छठव्रतियों को हो सकती है परेशानी
दारौंदा। प्रखंड के रुकुंदीपुर शिव मंदिर परिसर स्थित तालाब में जलकुंभी के कारण छठ व्रतियों व उनके स्वजनों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसकी सफाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रति वर्ष छठ घाट की साफ-सफाई होती है और पूजा के बाद लोग इस घाट को सुरक्षित रखना भूल जाते हैं। इस कारण यह समस्या उत्पन्न हो जाती है।
घाटों पर उगी घास व जंगल से लोग चिंतित
बड़हरिया। प्रखंड के सदरपुर, रानीपुर, पहाड़पुर, महमूदपुर आदि छठ घाटों पर गंदगी व्याप्त है। इन घाटों पर जंगल-झाड़ उग आए हैं, वहीं कई छठ घाट टूट चुके हैं। इस कारण छठ पूजा के दिन छठ व्रतियों को भगवान सूर्य को अर्घ्य देने में परेशानी हो सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि अभी लोग धनतेरस व दीपावली की तैयारी में है, इसके बाद छठ घाटों की साफ-सफाई में जुटने की उम्मीद है।
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