BSEB: मैट्रिक और इंटर परीक्षा 2026 में शामिल होने वाले छात्रों के लिए चलेगा क्रैश कोर्स, तैयारी में जुटा विभाग
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने मैट्रिक और इंटर 2026 की परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के लिए क्रैश कोर्स शुरू करने की योजना बनाई है। विभाग छात्रों को परीक्षा के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए तैयारी कर रहा है। यह क्रैश कोर्स उन छात्रों के लिए बहुत मददगार होगा जो परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं।

जागरण संवाददाता, सिवान। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से आयोजित मैट्रिक व इंटर परीक्षा 2026 में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं के लिए क्रैश कोर्स का संचालन होगा। जिला शिक्षा विभाग द्वारा इसकी तैयारी कर ली गई है। बता दें कि आगामी मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा की प्रभावी तैयारी और जिला से बेहतर परिणाम के लिए जिले के सभी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 40 कार्य दिवस तक क्रैश कोर्स का संचालन होगा।
इन विद्यालयों में वर्ग संचालन को लेकर प्रधानाध्यापकों को विद्यालय स्तर पर नोडल नियुक्त किया जाएगा। वहीं कक्षा 10वीं व 12वीं के सेंटअप छात्र-छात्राओं की शत-प्रतिशत उपस्थिति क्रैश कोर्स के लिए सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए छात्रों के अभिभावकों के साथ बैठक कर सभी को इसकी जानकारी भी दी जाएगी।
वहीं, जिला शिक्षा विभाग द्वारा स्थानीय स्तर पर क्रैश कोर्स के लिए प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। अभिभावकों से संपर्क कर प्रतिदिन बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा।
इंटरमीडिएट के लिए 52952 तो मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा के लिए 59998 छात्रों ने कराया है निबंधन
जिला शिक्षा विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मैट्रिक परीक्षा में कुल 59 हजार 998 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसमें 29 हजार 409 छात्र, 30 हजार 573 छात्राएं शामिल हैं। इसके अलावा परीक्षा में छह थर्ड जेंडर भी शामिल होंगे। वहीं इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 52 हजार 952 छात्रों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। जिसमें 25 हजार 205 छात्र तथा 27742 छात्रा व दो थर्ड जेंडर शामिल हैं।
क्रैश कोर्स के दौरान विषयवार शिक्षकों द्वारा मुख्य टापिक, प्रैक्टिकल सेट, मॉडल पेपर एवं रिवीजन की गतिविधियां कराई जाएगी। विद्यालय के प्रधानाध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रतिदिन उपस्थिति पंजी संधारित हो। इस दौरान बच्चों की प्रगति रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। वहीं, कमजोर विद्यार्थियों की अलग से हैंड -होल्डिंग की व्यवस्था करी जाएगी।
प्रधानाध्यापक क्रैश कोर्स संचालन हेतु वर्ग कक्ष का निर्धारण करेंगे, जिसमें बैनर के साथ-साथ छात्राें के बैठने की समुचित व्यवस्था होगी। क्रैश कोर्स के लिए विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के बीच समय सारणी तय करते हुए आवश्यक निर्देश दिया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक विद्यालय में साप्ताहिक मूल्यांकन भी आयोजित किया जाएगा।

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