सरयू नदी में पानी बढ़ने के साथ ही कटाव हुआ तेज, कृषि योग्य भूमि नदी में गिरना चालू
दरौली में सरयू नदी खतरे के निशान से 2.04 मीटर नीचे बह रहीं है। वहीं सिसवन में मंगलवार को सरयू नदी का जलस्तर 54.27 मीटर दर्ज किया गया जबकि यहां खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित किया गया है। अर्थात मंगलवार को सिसवन में सरयू नदी खतरे के निशान से 2.77 मीटर नीचे बह रहीं हैं।

संवाद सूत्र, गुठनी(सिवान)। गुठनी थाना क्षेत्र के गयासपुर गांव से होकर बहने वाली सरयू नदी में बाढ़ के साथ-साथ कटाव भी बड़ा तेजी से शुरू हो गया है। जिससे किनारे बसे गांव के लोगों की चिंता बहुत बढ़ गई है। बाढ़ विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार के दिन दरौली में सरयू का जलस्तर 58.78 मीटर दर्ज किया गया, जबकि यहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित किया गया है।
मंगलवार को दरौली में सरयू नदी खतरे के निशान से 2.04 मीटर नीचे बह रहीं है। वहीं सिसवन में मंगलवार को सरयू नदी का जलस्तर 54.27 मीटर दर्ज किया गया, जबकि यहां खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित किया गया है। अर्थात मंगलवार को सिसवन में सरयू नदी खतरे के निशान से 2.77 मीटर नीचे बह रहीं हैं। हालांकि नदी के प्रवाह और कटाव में लगातार तेजी हों रहा है।
जिससे गुठनी प्रखंड के तीर बलुआ गांव के तरफ से आकर छोटी गंडकी नदी जहां गयासपुर गांव में सरयू नदी में मिलती है, वहीं से सरयू नदी का प्रवाह बहुत तेज हो जाता है। साथ ही वहीं से नदी के दोनों तरफ कटाव भी बड़ा तेजी से हो रहा है। जिससे गुठनी थाना क्षेत्र के गयासपुर, मैरीटार, पांडेपार और दरौली थाना क्षेत्र के डुमराहर व अमरपुर में कृषि योग्य भूमि का लगातार कटाव शुरू हो गया है। ग्रामीणों की माने तो सरयू नदी का प्रवाह इतना तेज है की नदी के दोनों किनारे कटाव बहुत तेजी से कर रही है। साथ ही किनारे पर पानी इतना ज्यादा है कि किनारों पर स्नान करना भी मुश्किल हो गया है।
वहीं बाढ़ विभाग के पदाधिकारियों की माने तो संभावित बाढ़ व कटाव वाले स्थलों को चिन्हित करके वहां बालू की बोरियां भरवाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। लेकिन ग्यासपुर, पांडेपार, मैरीटार समेत कई गांवों में ना तो बाढ़ विभाग के कोई पदाधिकारी देखने जाता है, ना ही बालू भरी बोरी ही रखवाया गया है। यही कारण है की नदी का कटाव तेजी से गांव के तरफ बढ़ रहा है। लेकिन विभाग के तरफ से वहां कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है। एक तरफ गुठनी से श्रीकलपुर जाने वाले गोगरा तटबंध पर बालू भरी बोरी के नाम पर बोरियों में मिट्टी भरवा कर रखवा दिया गया है।
दरौली थाना क्षेत्र के अमरपुर, केवटलिया,नरौली, दुब्बा में भी बालू भरे बोरी अधिक संख्या में रखवाया जा चुका है। लेकिन गुठनी थाना क्षेत्र के गयासपुर समेत कोई गांव में जहां कटाव बहुत तेजी से हो रहा है, वहां ना तो बाढ़ विभाग की किसी पदाधिकारी का ध्यान है। नहीं किसी तरह की कोई बाढ़ या कटाव से निपटने की तैयारी ही देखने को मिल रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है,और ग्रामीण इसके लिए स्थानीय पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि से मौखिक रूप से सूचना भी दे चुके हैं। हालांकि इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिला है।
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