Akshaya Tritiya 2024 Muhurat: इस बार विशेष संयोग में मनेगा अक्षय तृतीया, मां लक्ष्मी-भगवान विष्णु की होगी पूजा
आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। यह दिन विशेषकर मां लक्ष्मी की पूजा को समर्पित है। इस दिन मां लक्ष्मी की विधि अनुसार पूजा करने से व्यक्ति को धन की कमी नहीं होती है। साथ ही रुके हुए कार्यों को भी गति मिलती है। इस दिन सोना व चांदी की खरीदारी करना शुभ होता है।
जागरण संवाददाता, सिवान। हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का सभी के जीवन में विशेष महत्व है। अक्षय तृतीया का पर्व 10 मई को विशेष संयोग में मनाया जाएगा। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इस दिन मां लक्ष्मी व भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने का विधान है।
साथ ही भगवान गणेश और कुबेर की पूजा करना शुभकारी होता है। माना जाता है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य करने के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती है। इस दिन गृह प्रवेश, शादी सहित अन्य मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।
आंदर के पड़ेजी निवासी आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। यह दिन विशेषकर मां लक्ष्मी की पूजा को समर्पित है। इस दिन मां लक्ष्मी की विधि अनुसार पूजा करने से व्यक्ति को धन की कमी नहीं होती है। साथ ही रुके हुए कार्यों को भी गति मिलती है। इस दिन सोना व चांदी की खरीदारी करना शुभ होता है।
सुकर्मा योग में खरीदारी करना बेहद शुभकारी
आचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन सुकर्मा योग रहेगा। सुकर्मा योग का शुभारंभ दोपहर 12 बजकर सात मिनट से होगा। जो शनिवार को सुबह 10 बजे तक रहेगा। इस योग में खरीदारी करना शुभकारी माना जाता है।
इसके साथ ही इस दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा। इस नक्षत्र के स्वामी भौतिक सुखों के दाता शुक्र ग्रह हैं, इसलिए रोहिणी नक्षत्र में किसी भी तरह का कार्य शुरू करना शुभ फलदायक होगा।
इसके अलावा, पूरे दिन मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। इसके साथ ही तैतिल और गर करण का निर्माण होगा। ऐसे में अक्षय तृतीया को बेहद खास माना जा रहा है।