Ration Card Ekyc: 7.55 लाख लोगों का नाम राशन से कटेगा! 31 मार्च है ई-केवाईसी की लास्ट डेट
सिवान जिले में 31 मार्च तक ई-केवाईसी नहीं कराने वाले 7.55 लाख लाभार्थियों को मुफ्त अनाज योजना से वंचित होना पड़ सकता है। अभी तक केवल 70% सदस्यों ने ही ई-केवाईसी कराई है। ई-केवाईसी के लिए नजदीकी सरकारी जन वितरण प्रणाली दुकान पर जाकर आधार कार्ड और राशनकार्ड के साथ पहचान सत्यापन कराना होगा। ई-केवाईसी नहीं कराई तो राशनकार्ड भी कैंसिल हो सकता है।

जागरण संवाददाता, सिवान। राशनकार्ड धारकों ने अगर ई-केवाईसी (Ration Card Ekyc) नहीं कराई तो 31 मार्च के बाद उनको मुफ्त अनाज योजना से वंचित होना पड़ जाएगा। साथ ही उनके राशनकार्ड भी रद हो सकते हैं। जिला आपूर्ति शाखा से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो अबतक महज 70 प्रतिशत सदस्यों ने ही ई-केवाईसी कराई है।
यानी राशनकार्ड में अंकित कुल 26 लाख 62 हजार 975 में से 19 लाख सात हजार 549 लाभुकों/सदस्यों ने ई-केवाईसी कराई है, जबकि सात लाख 55 हजार 426 यानी 30 फीसदी लाभुकों/सदस्यों का ई-केवाईसी अभी भी लंबित है।
बता दें कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पीएचएच, एएवाई के साथ राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत संचालित हरा एवं अन्य राशनकार्ड धारक परिवारों के सभी सदस्यों का ई-केवाईसी किया जाना अनिवार्य है।
वहीं, ई-केवाईसी के लिए 31 मार्च (Ration Card Ekyc Last Date) का समय निर्धारित किया गया है। अगर निर्धारित तिथि तक ई-केवाईसी नहीं हो सका तो राशनकार्ड से नाम कटने की संभावना बन रही है।
ऐसे करा सकते हैं ई-केवाईसी:
राशनकार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी कराना बेहद ही आसान है। ई-केवाईसी करवाने के लिए सबसे पहले राशनकार्ड धारक को अपने आधार कार्ड और राशनकार्ड के साथ नजदीकी सरकारी जन वितरण प्रणाली दुकान पर जाना होगा। पीडीएस दुकानदार के पास उपलब्ध पीओएस मशीन पर अपनी पहचान सत्यापन (वेरिफाई) कराना होगा।
इसके लिए पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाना होगा। फिंगरप्रिंट की वेरिफिकेशन कराने के बाद ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद राशन डीलर से एकबार पुष्टि जरूर कर लेनी होगी।
निर्धारित समयावधि तक ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कराने के दिए गए हैं निर्देश:
जिला आपूर्ति पदाधिकारी सीमा कुमारी ने बताया कि जिले के सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि निर्धारित तिथि से पूर्व अपने-अपने प्रखंड के अंतर्गत संचालित जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को सभी लाभुकों का ई-केवाईसी करने के लिए अपने स्तर से निर्देशित करते हुए पर्यवेक्षण करें, ताकि निर्धारित अवधि के अंदर लाभुकों का शत-प्रतिशत ई-केवाईसी कार्य पूर्ण किया जा सके।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों के लोग नौकरी-पेशा के लिए अपना गांव छोड़कर शहरों की ओर पलायन करते हैं। ऐसे लोग देश में कहीं भी राशनकार्ड का ई-केवाईसी करा सकते हैं।
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