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    तुज्क व एहतेराम के साथ अदा की गई जुमे की नमाज

    By Edited By:
    Updated: Fri, 24 Jun 2016 05:55 PM (IST)

    सिवान । रमजान के तीसरे जुमा की नमाज जिले के सभी मस्जिदों में तुज्क व एहतेराम के साथ अदा की गई। निर्ध ...और पढ़ें

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    सिवान । रमजान के तीसरे जुमा की नमाज जिले के सभी मस्जिदों में तुज्क व एहतेराम के साथ अदा की गई। निर्धारित समय के आधा घंटा पूर्व नमाजी दोपहर में कुर्ता, पैजामा, टोपी पहन कर व इत्र-सुरमा लगा अपने नजदीक के मस्जिदों में पहुंच गए। जहां मौलानाओं द्वारा मखसुस वक्त के अनुसार नमाज अदा कराई गई। काफी संख्या में नमाजी एक साथ मस्जिदों में नमाज अदा की।

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    इस दौरान मस्जिदों की साफ-सफाई व सजावट की गई थी। नमाजियों के बैठने के लिए कालीन आदि की व्यवस्था की गई थी। रमजान के तीसरे जुमा होने के कारण मस्जिदों में नमाजियों की संख्या काफी देखी गई। भीड़ को देखते हुए मस्जिद में नमाजियों के लिए बैठने व नमाज पढ़ने का विशेष प्रबंध किया गया था। गर्मी को देखते हुए विभिन्न मस्जिदों में जेनरेटर से पंखा चलाने की व्यवस्था की गई थी।

    जिला मुख्यालय स्थित बड़ी मस्जिद, मखदुम सराय, तेल हट्टा में सेराजुल उलुम, दरबार मस्जिद, कागजी मुहल्ला, रजिस्ट्री कचहरी, पुरानी किला, नई किला, नवलपुर, चमड़ा मंडी स्थित अलकसा मस्जिद, रामराज मोड़, एमएच नगर कालोनी स्थित महम्मदी मस्जिद तथा अन्य मस्जिदों में रमजान के जुमे की नमाज अदा की गई। वहीं मैरवा, कविता, मिसकरही, लालगंज, करजनिया, कैथवली, लेभरी, बभनौली लंगड़पुरा, बैकुंठ छापर, बड़गाव, धमउर, धूसा, इंगलिश, शितलपुरा, परसिया, हरपुर बरासो, गोपालचक, डोमडीह, समेत विभिन्न मस्जिदों व स्टेशन चौक की बड़ी मस्जिद और मझौली रोड की छोटी मस्जिद मे नमाज अदा की गई। इसके अलावा महाराजगंज पुरानी बाजार स्थित शाही जामा मस्जिद, आकाशी मोड़, नखास चौक, हजपुरवा, सारंगपुर, देवरिया, दारौंदा, भीखाबांध, सतजोड़ा, रुकुन्दीपुर, बसंतपुर, बसांव, कन्हौली, बरवां, शेखपुरा, लकड़ी, खवासपुर, मदारपुर, नबीगंज, डुमरा, शेखपुरा, गोरेयाकोठी, महम्मदपुर, दुधड़ा, मुस्तफाबाद, भगवानपुर, सोन्धानी, ब्रह्मास्थान, सरेयां, भीखमपुर, नगवां, बड़कागांव, गोरेयाकोठी, महम्मदपुर, बड़हरिया, लकड़ी दरगाह, मुर्गिया टोला, लौवान, अटखम्भा, आंदर, असांव, बिजुलिया, पतार, शिवपुर, गुठनी बाजार स्थित चिश्तिया जामा मस्जिद, किशुनपुरा, बलुआं, दरौली, तरवारा, नौतन आदि गांवों के मस्जिदों में नमाज अदा की गई। इसके अलावा जीरादेई के विजयीपुर, ठेपहां, कृष्णापाली, सिसवन के भीखपुर, मुबारकपुर, ग्यासपुर, हसनपुरा, उसुरी, शेखपुरा, निजामपुर, टोलापुर, खवाजेपुर, हुसैनगंज, हथौड़ा, चांप, सुरापुर, जसौली, तरवारा, रघुनाथपुर, टारी, मुरारपट्टी, पतार आदि जगहों पर स्थित मस्जिद में रमजान के तीसरे जुमे की नमाज अदा की गई।

    अजु (इंद्रिय) का रोजा रखने वाले अल्लाह के नजदीक : शौकत

    नमाज के बाद बड़हरिया के करबला बाजार स्थित इमाम जामा मस्जिद के मौलाना महम्मद शौकत ने बताया कि

    सुबह सादिक से गुरुब आफताब तक खाने-पीने और जमा से रुकने का नाम रोजा है, लेकिन ये सिर्फ फर्ज की अदायगी है। मुकम्मल रोजा अल्लाह के नजदीक महबूब वे है जो आंख, नाक, कान, हाथ, पांव तमाम अजु का रोजा हो। अल्लाह ताला ने अपने बंदों को ग्यारह महीने दिन रात खाने पीने का छूट दे रखा है। ये खालिस बदनी इबादत है। असल इबादत तो ये है कि मुसलमान गीबत, चुगली न करें, झूठ न बोले, वादाखिलाफी न करे, नाप, तौल में डंडी न मारे, लड़ाई-झगड़ा न करे, एक-दूसरे भाई से मारपीट करने में परहेज करे। अगर कोई मारपीट पर आमादा हो जाए तो ये कहकर हट जाए कि मैं रोजा से हूं, तिलावत कर, नवाफिल की पाबंदी की जाए। सेहरी से जरा पहले तहजुद की नमाज पढ़ ली जाए और अल्लाह से रो-रो कर अपने गुनाहों की माफी मांगी जाए। रमजान मुबारक रहमतों व बरकतों का खजाना लेकर आता है। जो खुशनसीब इस माहे मुबारक को गनीमत समझ कर जितना गोता लगाकर रया से बचते हुए और अपने नफ्स से मुजाहदा करते हुए अल्लाह को राजी करेगा तो अल्लाह भी इसका अज्र देगा।