पुंडरीक ऋषि क्षेत्र के पुंडकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में बनेगी यज्ञशाला
सीतामढ़ी। जगतजननी जानकी सीता की प्राकट्य स्थली पुनौराधाम के पुंडरीक ऋषि क्षेत्र पुंडकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में वृहत यज्ञशाला का निर्माण होगा।
सीतामढ़ी। जगतजननी जानकी सीता की प्राकट्य स्थली पुनौराधाम के पुंडरीक ऋषि क्षेत्र पुंडकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में वृहत यज्ञशाला का निर्माण होगा। इसका शिलान्यास वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रुन्नीसैदपुर के विधायक पंकज कुमार मिश्रा ने किया। श्री सीताराम नाम सुखधाम आश्रम मुठिया बाबा की कुटिया के संत श्री किशोरी शरण मधुकर मुठिया बाबा की अध्यक्षता में पंडित उमेश मिश्र ने शिलान्यास कार्य पूरा कराया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए विधायक मिश्रा ने कहा कि पूर्व जन्म के सद्कर्म के स्वरूप आज इस पुण्य भूमि में होने वाले दैनिक हवन यज्ञ को सुव्यवस्थित करने के लिए यज्ञशाला निर्माण के शिलान्यास का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने सिमरिया धाम के सिध्दाश्रम के संत स्वामी चिदात्मन देव जी महाराज द्वारा इस पुण्य भूमि के पुनर्जागरण अभियान में हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। कहा कि जगतजननी जानकी सीता की इस प्राक्टय स्थली के विकास की प्रक्रिया केंद्र और राज्य सरकार के समन्वित योजना से प्रारंभ हो गया है। बहुत जल्द ही यह श्री अवध की तरह विकसित होगा। जिसकी झांकी पर्यटन विभाग की ओर से पटना के गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर दिखाया गया। धाम तो अवश्य बनेगा मगर धाम की गरिमा के अनुरूप आचरण भी उतना ही जरूरी संत श्री किशोरी शरण मधुकर मुठिया बाबा ने कहा जगतजननी जानकी सीता पहले अपने दुल्हे सरकार की जन्मभूमि का श्रृंगार करा रही है। उनके बाद अपने प्राकट्य स्थली का श्रृंगार कराएंगी। लेकिन, इससे पहले यहां के लोगों को धाम की गरिमा के अनुरूप आचरण करने की जरूरत है। समारोह का संचालन पत्रकार राम शंकर शास्त्री ने किया व प्रो. वीरेंद्र प्रसाद सिंह, भूपेंद्र नारायण सिंह, पुंडरीक ऋषि क्षेत्र पीठाधीश्वर स्वामी उमेशानंद जी ने संबोधित किया। अखिलेशानंद ने इस पुण्य भूमि की महिमा पर प्रकाश डाला तथा प्रद्युम्न झा मिथिला ने महिमा को प्रदर्शित करती कविता का पाठ किया। इस अवसर पर ई. रघुनाथ गुप्ता, धनुषधारी प्रसाद सिंह, विमल कुमार परिमल, दिनेश चंद्र द्विवेदी, नंद किशोर झा, निर्मल चंद्र ठाकुर, चंदन वत्स, संजय सिंह, हरि शंकर सिंह, धीरू सिंह, राम प्रवेश सिंह मौजूद थे।