क्रांतिकारी रामफल मंडल की शहादत के कारण ही हम सभी स्वतंत्र हुए : रेखा कुमारी
क्रांतिकारी रामफल मंडल की शहादत के कारण ही हम सभी स्वतंत्र हुए

क्रांतिकारी रामफल मंडल की शहादत के कारण ही हम सभी स्वतंत्र हुए : रेखा कुमारी
सीतामढ़ी। अमर शहीद रामफल मंडल का बलिदान दिवस उनके पैतृक गांव मधुरापुर में मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भरत मंडल ने की और मंच संचालन अजय प्रसाद ने। मुख्य अतिथि के तौर पर एमएलसी रेखा कुमारी, पूर्व मंत्री डा. रंजू गीता, डीसीएलआर ललित कुमार सिंह, एसडीओ नवीन कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी, पूर्व विधायक रामनरेश यादव, जिला परिषद सदस्य प्रवीण कुमार गुड्डू, प्रखंड प्रमुख अफजल आलम, उप प्रमुख सुधीर कुंवर, मुखिया लालजी कुमार उपस्थित हुए। सभी लोगों ने रामफल मंडल के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित किया और उन्हें नमन करते हुए उनके बलिदान को याद किया। इस दौरान विधान पार्षद रेखा कुमारी ने कहा कि रामफल मंडल की शहादत के कारण ही हम सभी स्वतंत्र हुए हैं। हमें उनके बलिदान को हमेशा याद रखना है। रामफल मंडल सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी। हमें उनके सपने को आगे बढ़ाना है। कार्यक्रम को संजय सिंह उर्फ बब्बू, पवन मंडल, अनुज कुमार राजू, दिलीप कुमार, रंजीत कुमार सिंह, मो. अलाउद्दीन, शहाबुद्दीन, संजय गुप्ता, विशेश्वर राय, सुनील बिहारी, संजय साह, संजय मंडल, कपिलेश्वर मंडल, राहुल मंडल, जितेंद्र शास्त्री, नारायण मंडल, विनोद बिहारी मंडल, प्रभाकर प्रसाद समेत अन्य लोग मौजूद थे। बाजपट्टी के क्रांतिकारी रामफल मंडल ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान नेतृत्व किया था। 23 अगस्त, 1943 को भागलपुर सेंट्रल जेल में 19 वर्ष 17 दिन की अवस्था में अंग्रेजों द्वारा फांसी दे दी गई। आजादी के अमृत महोत्सव अवसर पर भी उनके स्वजन दो जून की रोटी और आशियाने के लिए टकटकी लगाए हुए हैं। बलिदानी के स्वजन बताते हैं कि फुस व खपड़ैनुमा दो घर में पंद्रह सदस्य किसी प्रकार गुजारा करते हैं।
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