Bihar Election 2025: शहर में लाइलाज बनी जाम की समस्या, सीतामढ़ी विधानसभा में यह बनेगा सबसे बड़ा मुद्दा
सीतामढ़ी विधानसभा क्षेत्र में अधूरा रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) आगामी चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है। धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है। डीएम ने काम पूरा करने के लिए अंतिम तिथि भी दी थी, लेकिन काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी में है।
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सीतामढ़ी विधान सभा चुनाव में अर्द्धनिर्मित आरओबी बनेगा बड़ा मुद्दा। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। इस बार सीतामढ़ी विधान सभा क्षेत्र में अर्द्धनिर्मित रेलवे ओवर ब्रीज (आरओबी) बड़ा मुद्दा बनेगा। शहर में लाइलाज बनी जाम की समस्या से निजात दिलाने को लेकर मेहसौल पूर्वी रेलवे गुमटी पर आरओबी का निर्माण तो किया जा रहा है लेकिन, धीमी कार्य गति को लेकर सवाल दर सवाल उठाए जा रहे है।
अभी हाल ही में डीएम रिची पांडेय ने गत 17 जुलाई को निरीक्षण के दौरान अभियंताओं व कार्यकारी एजेंसी को आरओबी का निर्माण कार्य पूर्ण कराने के लिए 25 सितंबर तक का डेडलाइन दिया था।
लेकिन, कार्य की गति देख अंदाजा लगाया जा रहा है कि नवंबर माह तक भी पूर्ण नहीं हो सकेगा, जबकि इस आरओबी का शिलान्यास 2014 में किया गया था।
उसके बाद इसका निर्माण लटकता रहा।काफी समय बाद 2023 में इसका निर्माण शुरू हुआ। वर्तमान स्थिति यह है कि बाजार समिति प्वाइंट व रेलवे स्टेशन प्वाइंट पर आरई वाल का निर्माण जारी है। दोनों प्वाइंट पर पीलर के उपर डेक स्लैब (छत) का कार्य किया जा रहा है।
शेष बचे गार्डर का निर्माण व उसे पीलर पर चढ़ाने की प्रक्रिया जारी है। जबकि रेलवे क्षेत्र के लिए गार्डर तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही अन्य सामग्री भी एकत्रित किया गया है।
माह नवंबर तक सोनबरसा लेग को चालू करने की संभावना जताई जा रही है। निर्माणाधीन आरओबी का सोनबरसा लेग का सभी पीलर तैयार कर लिया गया है।
शहर की तरफ दो पिलर छोड़कर सभी पर गार्डर चढ़ा दिया गया है। इस पर डेक स्लैब का कार्य जारी है, जबकि इधर मेहसौल की ओर वाली रेलवे के क्षेत्र से सटे दो पीलर को छोड़कर आजाद चौक तक एवं शुरूआती प्वाइंट पर गार्डर चढ़ा दिया गया है।
अर्द्धनिर्मित आरओबी बनेगा चुनावी मुद्दा
विधान सभा चुनावी बिगुल बज चुकी है। आगामी 11 नवंबर को मतदान होना है। विधान सभा चुनाव का बिगुल बजते ही विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रत्याशी वोटरों को रिझाने में जुट गए है।
ऐसे में जहां सत्ता पक्ष के सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधि आरओबी का निर्माण शुरू कराने का श्रेय लेकर अपना अपना दावा ठोंकना शुरू कर दिया है, वहीं विपक्ष के लोग इसे जीवंत समस्या बताते हुए मु्द्दा बनाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले पांच साल से आरओबी के निर्माण को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर विभिन्न संघ व संगठन के लोग धरना प्रदर्शन करते रहे हैं।
स्थिति यह है कि अब तक आरओबी निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। इसे लेकर सरगर्मी भी तेज हो गई है। अब यह सीतामढ़ी विधानसभा के लिए बड़ा चुनावी मुद्दा बनेगा।
ढाई माह पहले डीएम ने दिया था अंतिम डेडलाइन
मेहसौल आरओबी के निर्माण कार्य में धीमी प्रगति को लेकर गत 17 जुलाई को डीएम रिची पांडये ने आरओबी निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया था।
धीमी कार्य पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी। पुल निर्माण निगम के अधिकारी व निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को कड़ी हिदायत देते हुए कहा था कि हर हाल में आगामी 25 सितंबर तक मेहसौल आरओबी निर्माण कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
हर हाल आगामी 30 सितंबर तक सोनबरसा लेन एवं आगामी 31 दिसंबर तक पुपरी लेन को चालू कराना सुनिश्चत करें। इसके लिए श्रमिकों की संख्या व उपकरण की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया था। साथ ही प्रत्येक दिन के प्रगति रिपोर्ट देने की बात कही थी। लेकिन, अब तक यह कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।
पुपरी लेग में नाला व पीक्यूसी सड़क निर्माण शुरू
आरओबी के पुपरी लेग में दोनों तरफ नाला निर्माण व पीक्यूसी सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस लेग में नौ में से चार पिलर तैयार हो चुके हैं, जबकि पांच पिलर बनना शेष है।
जिसका कार्य सोनबरसा लेग के संचालन के बाद किया जाएगा। इसके लिए भी पिलर के गार्डर व कैपिंग की तैयारी की जा रही है। सोनबरसा लेग के बाजार समिति प्वाइंट व रेलवे गेट प्वाइंट पर आरई वाल का निर्माण कार्य जारी है। दोनों तरफ ही वाल के साथ मिट्टी भराई का कार्य किया जा रहा है।
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