भगवान को करनी पड़ रही अपने दानपात्र की सुरक्षा, छोटे मंदिरों को शिकार बना रहे चोर
सीतामढ़ी जिले में चोर मंदिरों में स्थापित मूर्तियों और आभूषणों को निशाना बना रहे हैं। शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था है, लेकिन छोटे और म ...और पढ़ें

भगवान को करनी पड़ रही अपने दानपात्र की सुरक्षा
संवाद सूत्र, सीतामढ़ी। जिले में मंदिरों में स्थापित मूर्तियों और उनके आभूषण चोरों के निशाने पर रहे हैं। पूर्व में कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी है। घटना होने के बाद कुछ दिन सुरक्षा की कवायद तेज हो जाती है लेकिन बाद में सब कुछ सामान्य हो जाता है। हर साल जिले में चोरों द्वारा मठ मंदिरों को निशाना बनाया जाता रहा है।
वही, मंदिर की सुरक्षा की बात करें तो शहर के प्रसिद्ध मंदिर जैसे रजत द्वार जानकी मंदिर, पुनौरा धाम जानकी मंदिर, हलेश्वर स्थान महादेव मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है। इन जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस की तैनाती की गई है।
मंदिरों में पुलिस प्रशासन की कोई व्यवस्था नहीं
उसके अलावा शहर के अन्य मंदिरों में पुलिस प्रशासन की कोई व्यवस्था नहीं है। इसीलिए चोरों के निशाने पर बड़े मंदिर को छोड़कर अब छोटे और मध्यम श्रेणी के मंदिरों को अपना निशाना बनाते हैं।
इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भी कई ऐसे मंदिर हैं जहां दशकों पुरानी अष्टधातु की मूर्तियां स्थापित है। कई जगहों से इनकी चोरी भी की गई थी। घटना के बादमठ के महंत के द्वारा प्राथमिकी की दर्ज कराई जाती है,लेकिन पुलिस प्राथमिकी तो दर्ज करती है लेकिन मंदिर को सुरक्षित कैसे रखा जाए इस पर कोई पहल नहीं कर पाते हैं।
मूर्तियों को पुलिस ने बरामद किया
वर्ष 2025 में भी कई मंदिरों की मूर्तियों की चोरी की घटनाएं सामने आई है। हालांकि कुछ मूर्तियां को पुलिस ने बरामद भी किया है। लेकिन अभी भी बहुत सारी चोरी की गई मूर्तियों को पुलिस बरामद नहीं कर पाई हैं।
नगर थाना क्षेत्र के गणेश सिनेमा रोड स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर से तीन मार्च की रात चोरों ने 14 अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर ली थी। लेकिन यह मूर्ति पुलिस आज तक बरामद नहीं कर पायी है, इस मामले में नगर थाना पुलिस ने एक रिक्शा चालक को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था।
अष्टधातु की मूर्तियां चोरी
वह रिक्शा चालक चोरों को यात्री समझकर अपने रिक्शा पर बैठाकर ले गया था। लेकिन मूर्ति बरामद नहीं हो पायी, और न सीसीटीवी फुटेज के बाद भी पुलिस चोर को पकड़ पाई। चोरों गई 14 अष्टधातु की मूर्तियां की कीमत लगभग करोड़ों में बताई गई थी।
इतना हीं नहीं बेलसंड थाना क्षेत्र के मधकौल गांव में राम जानकी मठ से भी राम और हनुमान की अष्टधातु निर्मित मूर्तियां चोरी हुई थी, इससे पहले परिहार थाना क्षेत्र के पिपरा बिशनपुर गांव स्थित मठ से करीब 300 वर्ष पुरानी अष्टधातु की मुर्ति चोरी हुई थी जिनकी कीमत करीब 3 करोड़ आंकी गई थी। हर साल जिले में चोरों द्वारा मठ मंदिरों को निशाना बनाया जाता रहा है।
इस बाबत एसपी अमित रंजन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सभी थानाध्यक्षों को सख्त निर्देश दिया गया है कि गश्ती टीम मठ मंदिरों से गुजरनी चाहिए ताकि चोर को यह लगे कि पुलिस इधर गश्ती करती है तो चोरी की घटना को अंजाम न दे सकेंगे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।