Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    2 लाख की सहायता से पहले जीविका दीदियों को मजबूत कर रही सरकार, सीतामढ़ी में रोजगार मेला बना सहारा

    By Amit Saurav Edited By: Ajit kumar
    Updated: Sun, 21 Dec 2025 03:37 PM (IST)

    Bihar Livelihood Mission: सीतामढ़ी में जीविका योजना के तहत रोजगार सह मार्गदर्शन मेला का आयोजन किया गया। डीडीयू-जीकेवाई के अंतर्गत सैकड़ों युवाओं को प् ...और पढ़ें

    Hero Image

    Jeevika Scheme Bihar:जीविका दीदियों के लिए सरकार की खास पहल। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। Rural Skill Development: जीविका योजना बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके लिए चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10 हजार रुपये दिए। उसके बाद अब 2 लाख देने की तैयारी चल रही है। इससे पहले उनको दक्ष बनाए जा रहे हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जीविका योजना एक मजबूत माध्यम बनकर उभरी है। इसी कड़ी में शनिवार को सुरसंड प्रखंड स्थित सरयू उच्च विद्यालय परिसर में रोजगार सह मार्गदर्शन मेला आयोजित किया गया। 

    यह आयोजन दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के तहत किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में युवक-युवतियों ने भाग लिया। मेले का उद्घाटन जिला परियोजना प्रबंधक उमा शंकर भगत, जिला रोजगार प्रबंधक अभिषेक शेखर, प्रशिक्षण अधिकारी रजनीकांत सिंह और प्रखंड परियोजना प्रबंधक जयनाथ प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। 

    jeevika didi

    मौके पर 16 नामी कंपनियों के स्टॉल लगाए गए थे, जहां प्रतिभागियों को सीधे रोजगार और कौशल प्रशिक्षण से जुड़ने का अवसर मिला। इस अवसर पर जिला परियोजना प्रबंधक ने कहा कि जीविका के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों के युवक-युवतियों को डीडीयू-जीकेवाई और आरसेटीआई के माध्यम से प्रशिक्षण देकर रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। 

    उन्होंने बताया कि यह पहल गरीब और वंचित वर्ग के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में अहम भूमिका निभा रही है। मेला अनपढ़ से लेकर तकनीकी डिग्रीधारी युवाओं तक के लिए अवसर का मंच है।

    जिला रोजगार प्रबंधक ने कहा कि जीविका द्वारा आयोजित ऐसे मेलों से हजारों ग्रामीण युवाओं को रोजगार की दिशा मिली है। इससे जिले में छिपी प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिल रहा है। वहीं प्रशिक्षण अधिकारी ने युवाओं से अपनी रुचि के अनुरूप प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बनने की अपील की।

    प्रखंड परियोजना प्रबंधक ने बताया कि मेले के दौरान 945 युवक-युवतियों का सीधा प्लेसमेंट निबंधन, 656 का कौशल प्रशिक्षण हेतु चयन, जबकि आरसेटीआई के अंतर्गत 585 युवाओं को स्वरोजगार प्रशिक्षण के लिए चिन्हित किया गया। पंचायत स्तर पर पहले से 4695 लोगों ने रोजगार के लिए निबंधन कराया था।

    कार्यक्रम का संचालन सामुदायिक समन्वयक सुमित कुमार सुमन ने किया। आयोजन को सफल बनाने में जीविका कार्यालय के लेखपाल अमर कुमार, सामुदायिक समन्वयक रजनीश कुमार, राघवेंद्र कुमार, प्रिंस कुमार, अविनाश कुमार, जीविका कैडर और एमआईएस ऑपरेटर काजल कुमारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।