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    सीतामढ़ी से गुजरने वाली इन रेल लाइनों का जल्द होगा दोहरीकरण, 4,553 करोड़ रुपये होंगे खर्च

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 08:41 PM (IST)

    सीतामढ़ी में नरकटियागंज-दरभंगा और सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेल खंड के दोहरीकरण का कार्य जल्द शुरू होगा। 2020 में रेलवे बोर्ड ने इसकी मंजूरी दी थी। डीपीआरओ की मंजूरी के बाद काम शुरू होगा जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी और ट्रेनों की लेटलतीफी कम होगी। 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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    सीतामढ़ी के 256 रेलखंड का होगा दोहरीकरण

    जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। वर्ष 2020 में रेलवे बोर्ड से नरकटियागंज - दरभंगा भाया सीतामढ़ी तथा सीतामढ़ी - मुजफ्फरपुर वाभाया रूनी सैदपुर 255.5 किलो मीटर लंबी रेल खंड की दोहरीकरण की मंजूरी मिली थी। तब रेलवे द्वारा रेल दोहरी कारण को लेकर तकरीबन एक सौ तीस (130) करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी l

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    मंजूरी के तकरीबन 5 साल, 9 माह 4 दिन के बाद विभाग द्वारा डीपीआरओ तैयार कर मंजूरी को लेकर रेलवे बोर्ड को भेजा गया। संबंधित विभाग से अभी तक उक्त डीपीआरओ का एप्रूब्यूल नही मिलने के कारण रेलवे दोहरी कारण का काम ठंडे बस्ते में परा था, लेकिन समय की मांग को देखते हुए पूर्व मध्य रेलवे (निर्माण संगठन ) मुख्यालय महेंद्रुघाट द्वारा 11 अप्रैल की लिस्ट में जानकारी और आवश्यक कार्रवाई के लिए कॉपी में जुड़ा है। इस रेल खंड पर दोहरीकरण से मिलने वाली लाभ से यात्री अब तक वंचित है, जिसे अब बहत जल्द पूरा का लिया जाएगा l

    रेल सूत्रों पर भरोसा करे तो नरकटियागंज, रक्सौल, सीतामढ़ी, दरभंगा व सीतामढ़ी - मुजफ्फरपुर 255.5 किलोमीटर रेल दोहरीकरण का काम गतवर्ष के नवंबर या दिसंबर माह से युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया जाएगा, जो आगामी 2029 के लोकसभा के होने वाली चुनाव से पूर्व पूरा कर लिया जाएगा।

    बताते चले की नेपाल के तराई क्षेत्र से गुजरने वाली भारतीय रेलखंड की दोहरीकरण कराने की रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिली। जिसको लेकर भारत सरकार ने 019-20 के बजट सत्र में निर्माण कार्य को लेकर जिक्र किया गया था, जिसकी मंजूरी देते हुए रेलवे बोर्ड दिल्ली के द्वारा 16 जनवरी 020 को देश के विभिन्न रेल खंडों पर (डबलिंग) दोहरी करण को लेकर फाइनल सर्वे हेतु इक चिट्ठी जारी किया गया था, जिसका मंजूरी दी गई थी।

    काम को आगे बढ़ते हुए रेल महकमा द्वारा तत्काल नरकटियागंज से दरभंगा वाया सीतामढ़ी तथा सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर वाया रुनी सैदपुर 255.5 किलो मीटर रेलखंड निर्माण का फाइनल लोकेसन सर्वे की मंजूरी को लेकर कागजी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया, जिसका टेंडर की राशि 4 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि पर विभाग ने अपनी अंतिम मोहर लगा दी, लेकिन रेलवे द्वारा ताजा रिपोर्ट के अनुसार 4 हजार करोड़ राशि के जगह अब 4 हजार 5 सौ 53 करोड़ बताया जा रहा है।

    नरकटियागंज - रक्सौल- सीतामढ़ी- दरभंगा एवं सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर 256 रेलखंड का दोहरीकरण (जिला पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, सीतामढ़ी, दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर) और सर्वे का काम पूरा किया गया।

    एक सवाल पर जानकर रेल सूत्र बताते है कि टेंडर के बाद अभियंताओं की टीम यह तय किया कि पहली रेल लाइन से कितने दूरी पर दूसरी लाइन को तैयार करना है? तथा कहां और किस जगह रेल लाइन की गोलाई करना है? कहां पर सीधा करना होगा? तब जाकर इसका डिटेल एस्टीमेट सेंसान होना था।

    इससे दोहरीकरण का काम युद्ध स्तर पर पूरा भी किया जाएगा। दोहरी करण पूरा होने के साथ ही ट्रेनों कि लेट लतीफ से लोगो को मिलेगी छुटकारा। ससमय यात्री अपने गंतव्य को पहुंच सकेंगे। समय की काफी बचत होगी, कम समय में यात्री लंबी दूरी तक सफर कर सकेंगे।

    कितने होंगे पुल पुलिया, शांपर फाटक

    रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार होने वाली दोहरी करण में तकरीबन 301 पुल और पुलिया होने, तथा 176 शमपार फाटक होंगे, जिसमे बड़े पुलो की संख्या 100 होगी वहीं छोटे पुलिया 201 होंगे।

    एक सवाल पर उन्होंने बताया कि सर्वे होने में तकरीबन दो माह का समय लग सकता है। उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू किया जाएगा।