विधायक ने कहा, नेपाल बार्डर के पास उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने को एसएसबी के साथ बनाएं समन्वय
सीतामढ़ी में उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में विधायकों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में उर्वरक तस्करी रोकने पर जोर दिया। उन्होंने एसएसबी के साथ समन्वय स्थापित करने और बीज वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। रबी मौसम के लिए उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने और कालाबाजारी पर रोक लगाने की बात कही गई। जिलाधिकारी ने उर्वरकों की उपलब्धता में पारदर्शिता रखने का निर्देश दिया।

बार्डर एरिया से सटे प्रखंडों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। जागरण
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष में गुरुवार को जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर विधायक सुनील कुमार पिंटू व रामेश्वर कुमार महतो ने संयुक्त रूप से कहा कि बार्डर एरिया से सटे प्रखंडों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है।
एसएसबी के साथ समन्वय स्थापित कर उर्वरक के तस्करी पर रोक लगाना सुनिश्चित करें। बीज वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करे। किसानों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो। कहा कि किसानों को निर्धारित दर पर उर्वरक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें एवं कालाबाजारी पर रोक लगावें।
इस दौरान रबी मौसम को ध्यान में रखते हुए प्रखंड स्तर पर विभिन्न फसलों के अनुसार उर्वरकों की अनुमानित खपत एवं आवश्यकता का आकलन कर उसकी समीक्षा की गई।समिति ने उर्वरकों की समय पर आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया, जिससे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
जिला स्तर से प्राप्त उर्वरकों का वितरण प्रखंड के विभिन्न खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से पारदर्शी तरीके से किसानों तक हो रहा है या नहीं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रखंडों को उर्वरक की उपलब्धता में पूरी पारदर्शिता रखें।
डीएम रिची पांडेय ने उर्वरकों के निर्धारित विक्रय मूल्य, वितरण व्यवस्था एवं गुणवत्ता पर सतत निगरानी बनाये रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कहा कि किसानों को उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित किया जाये। उर्वरकों की कालाबाजारी न हो। इसमें संलिप्त लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करे।
सात उर्वरक विक्रेताओं के विरुद्ध प्राथमिकी
जिला कृषि पदाधिकारी शांतनु कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि अप्रैल से लेकर सितंबर महीने तक कुल 546 छापामारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके सात विक्रेताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। जबकि नौ विक्रेताओं की अनुज्ञप्ति को रद्द किया गया है। वहीं वं चार विक्रेताओं से स्पष्टीकरण पूछा गया है। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी के साथ कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं माननीय सदस्यों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।