खंगाली जाएगी मदरसों की कुंडली, बच्चों में कट्टरपंथी विचारधारा भरने की होगी जांच
सीतामढ़ी में मदरसों की जांच का आदेश दिया गया है, जहां नाबालिग मुस्लिम बच्चों में कट्टरपंथी विचारधारा भरने की शिकायतें मिली हैं। शिक्षा विभाग ने बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के सचिव को पत्र लिखकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दायर वाद का हवाला दिया है। आयोग ने राज्य के सभी गैर-मानचित्रित मदरसों का सर्वेक्षण करने और बच्चों का स्कूलों में प्रवेश सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। मदरसा में नाबालिग मुस्लिम बच्चों में कट्टरपंथी विचारधारा भरने की शिकायत को लेकर जांच का आदेश दिया गया है।
इस मामले को लेकर डीपीओ प्रियदर्शी सौरभ ने बैरगनिया, मेजरगंज, सोनबरसा, परिहार, सुरसंड व चोरौत बीईओ को तीन दिनों की अल्टीमेटम देते हुए कहा कि मदरसों के संबंध में कथित तौर पर नाबालिग बच्चों को दिग्भ्रमित करने संबंधी आरोप लगाया गया है। जिसकी जांच कर प्रतिवेदन राज्य मुख्यालय को उपलब्ध कराया जाना है।
वहीं, शिक्षा विभाग के विशेष निदेश सचिंद्र कुमार ने बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के सचिव को पत्र भेजकर कहा है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दिल्ली में वाद संख्या दायर किया गया है।
परिवादी द्वारा बिहार-नेपाल सीमा पर विदेशी धन से अवैध रूप से संचालित मदरसों में कथित तौर पर नाबालिग मुस्लिम बच्चों में कट्टरपंथी विचारधारा भरने, गैर मुस्लिमों के विरुद्ध जिहाद को बढ़ावा देने साथ ही जामिया नूरिया मैराजूल उलूम तथा इस्लामिया महमुदिया जैसे मदरसा के प्राप्त वीडियो के आधार पर नाबालिगों को दिग्भ्रमित करने संंबंधी आरोप लगाया गया है।
मामले में आयोग द्वारा की गई सुनवाई में परिवादी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करने, राज्य के सभी गैर मानचित्रित अपंजीकृत मदरसा का सर्वेक्षण करने एवं शिक्षा के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के तहत सभी बच्चों का स्कूलों में प्रवेश सुनिश्चित करने तथा कृत कार्रवाई प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
कहा है कि तीन कार्य दिवस के अंदर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। ताकि वस्तुस्थिति से आयोग को अवगत कराया जा सके।

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