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    सीतामढ़ी में गहमागहमी के बीच जिला परिषद की बैठक में 32 करोड़ की योजनाएं स्वीकृत

    By Vijay K Kumar Edited By: Ajit kumar
    Updated: Sat, 13 Dec 2025 07:21 PM (IST)

    सीतामढ़ी में जिला परिषद की बैठक में सदस्यों ने अध्यक्ष पर भुगतान में देरी का आरोप लगाया और जांच की मांग की। 32 करोड़ रुपये की योजनाओं को स्वीकृति दी ग ...और पढ़ें

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    अध्यक्ष पर सदस्यों ने लगाए भुगतान में देरी के आरोप। जागरण

    जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी।समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में शनिवार को आयोजित जिला परिषद की बैठक जिप अध्यक्ष अदिति कुमारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से 29 मार्च की आम बैठक में लिए गए निर्णयों की संपुष्टि की गई।

    बैठक में वित्तीय वर्ष 2021 से 2025-26 तक की सभी योजनाओं की पुष्टि करते हुए पूरक लेने का भी निर्णय लिया गया। कार्यवाही के दौरान अध्यक्ष द्वारा आपत्ति दर्ज किए जाने पर सदस्यों से हाथ उठाकर मतदान कराने की बात कही गई।

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    इस पर सदस्य नवल किशोर राउत ने कहा कि यदि मतदान में बहुमत साबित होता है तो अध्यक्ष को नैतिकता के आधार पर पद छोड़ने पर विचार करना चाहिए। इसके बाद 15वीं वित्त आयोग, पंचम एवं षष्ठम वित्त आयोग की कुल लगभग 32 करोड़ रुपये की राशि से 400 विकास योजनाओं को सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई।

    इन योजनाओं के तहत जिले के सभी जिला परिषद क्षेत्रों में पीसीसी सड़क, यात्री शेड, सार्वजनिक शौचालय, श्मशान घाटों में शेड निर्माण सहित अन्य बुनियादी विकास कार्य कराए जाने का प्रस्ताव है। बैठक के दौरान कई सदस्यों ने अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। सदस्य नागेंद्र यादव ने सदन में कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में कमीशनखोरी, डोंगल उपलब्ध कराने में अनावश्यक देरी और जानबूझकर विकास कार्यों की गति धीमी करने की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं।

    सदस्य गुड्डू प्रवीण एवं संदीप ठाकुर ने आरोप लगाया कि योजना पूर्ण होने के बाद भुगतान के लिए स्थल निरीक्षण व जांच रिपोर्ट की शर्त रखी जाती है। सदस्यों का यह भी आरोप रहा कि अधिकारियों द्वारा डोंगल लगाए जाने के बाद भी भुगतान में देरी की जाती है, जिससे यह संदेह उत्पन्न होता है कि कार्यों को जानबूझकर रोका जा रहा है।

    उपाध्यक्ष संझा देवी ने कहा कि नियमानुसार वर्ष में चार बैठकें होनी चाहिए थीं, लेकिन चार वर्षों में 16 बैठकों के स्थान पर अब तक केवल चार बैठकें ही आयोजित की गई हैं, जो नियम विरुद्ध है। बैठक में कुल 38 सदस्यों में से तीन सदस्य अनुपस्थित रहे।

    बैठक में उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार के अलावा जिला पार्षद नंदू यादव, आलमगीर, नवल किशोर राउत, सुनील कुमार उर्फ संजय प्रमुख, संदीप ठाकुर, भरत महतो, दयानंद बैठा, प्रवीण कुमार गुड्डू, बिंदु देवी, पूजा देवी, सुशीला देवी, जानकी कुमारी समेत कई जिला परिषद सदस्य उपस्थित रहे।