तिहाड़ जेल से सीतामढ़ी लाया गया गैंगस्टर कालिया, स्टेशन पर दिखा ठाठ-बाट वाला अंदाज; शिवहर कोर्ट में आज पेशी
उत्तर बिहार के कुख्यात अपराधी कालिया को दिल्ली के तिहाड़ जेल से सीतामढ़ी लाया गया। कालिया पर मुजफ्फरपुर शिवहर सीतामढ़ी दरभंगा समेत कई जिलों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। दरभंगा में डबल इंजीनियर हत्याकांड में शिवहर के दोस्तियां गांव से पुलिस ने एके-56 बरामद किया था

सीतामढ़ी, संवाद सूत्र। उत्तर बिहार के गैंगस्टर शिवहर के संतोष झा की हत्या के बाद गैंग लीडर बना बथनाहा का विकास झा उर्फ कालिया सीतामढ़ी लाया गया है। शुक्रवार देर शाम उसको दिल्ली से लिच्छवी एक्सप्रेस ट्रेन से यहां लाया गया। प्रोडक्शन वारंट पर 15 दिनों के लिए वह शिवहर-सीतामढ़ी लाया गया है।
सीतामढ़ी एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि शिवहर के एक केस में शनिवार को उसकी पेशी है। शाम में यहां पहुंचने पर सुरक्षा कारणों से उसको रात में शिवहर जेल में शिफ्ट कराने का जोखिम नहीं उठाकर सीतामढ़ी मंडल कारा में ही रखा गया।
शनिवार सुबह उसको शिवहर ले जाया जाएगा। शिवहर एसपी अनंत कुमार राय ने फोन पर हुई बातचीत में उक्त अपराधी के शिवहर में पेशी के लिए लाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि एक केस में उसकी पेशी है। कालिया को ट्रेन से उतारे जाने से पहले ही पूरा स्टेशन परिसर फोर्स से घिरा हुआ था। उसको एसटीएफ अपने साथ ले आई है। सदर एसडीपीओ सुबोध कुमार ट्रेन के पहुंचने से पहले से ही स्टेशन पर लाव-लश्कर के साथ तैनात थे।

विकास झा उर्फ कालिया की फाइल फोटो
कई जिलों में आपराधिक मामले दर्ज
उधर, स्टेशन परिसर में मेहसौल ओपी प्रभारी गौरी शंकर बैठा, आरपीएफ और जीआरपी के प्रभारी के साथ जवान मुस्तैद थे। उस दौरान जंक्शन से बाहर निकलने और अंदर जाने वाले एक-एक व्यक्ति की तलाशी ली जा रही थी। कालिया पर मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा समेत कई जिलों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।
दरभंगा में डबल इंजीनियर हत्याकांड में शिवहर के दोस्तियां गांव से पुलिस ने एके-56 बरामद किया था। तब वह जेल में था। पुरनहिया में अवधेश झा की हत्या, और दोस्तियां गांव से एके-56 बरामदगी मामले में गवाह के प्रस्तुत नहीं होने की स्थिति में शिवहर कोर्ट ने तिरहुत रेंज के आईजी को पत्र लिखा था। कहा जा रहा है इसी केस में उसकी पेशी है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
ठाठ-बाट में जी रहा कालिया
कभी तंगहाली में गुजारा करने वााला कालिया आज तिहाड़ जेल में बंद रहते हुए भी शानो-शौकत की जिंदगी जी रहा है। दिल्ली से लाए जाने के दौरान उसका लिबास फिल्मी हीरो की तरह दिखाई पड़ रहा था। रात में भी वह आंखों पर चश्मा लगाया था। अमीर बनने की चाहत में जरायम की दुनिया में उसने कदम रखा था।
शुरूआत में वह मोबाइल बनाने का काम करता था। गांव में ही अंडे वाले को गोली मारकर उसने पहली हत्या की था। बथनाहा बाजार पर मोबाइल मरम्मत के पैसों को लेकर उसका विवाद हुआ। तब विकास ने अंडा दुकानदार सुरेश महतो को गोली मार दी। इसके बाद वह संतोष झा गैंग के लिए काम करने लगा।
अब तो वह गैंग की कमान संभाल चुका है। संतोष झा के लिए कालिया कभी दाहिना हाथ हुआ करता था। विकास झा को दरभंगा मर्डर कांड में सजा हो चुकी है। इसी दौरान विकास जेल से भाग निकला।

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