रेलवे की डेढ़ लाख वर्ग फीट जमीन पर अवैध कब्जा, कहीं-कहीं स्थायी निर्माण
रेलवे की भूमि पर ट्रैक के किनारे यहां तक कि 15 मीटर के सुरक्षा दायरे में भी अवैध बस्तियां कैसे बस जाती हैं रेलवे के रिकॉर्ड में इस क्रमिक विस्तार को दर्ज भले ही कर लिया जाता है लेकिन उसपर ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती।
सीतामढ़ी। रेलवे की भूमि पर ट्रैक के किनारे, यहां तक कि 15 मीटर के सुरक्षा दायरे में भी अवैध बस्तियां कैसे बस जाती हैं, रेलवे के रिकॉर्ड में इस क्रमिक विस्तार को दर्ज भले ही कर लिया जाता है लेकिन, उसपर ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती। कार्रवाई क्यों नहीं की जाती जवाबदेह अधिकारी भी कुछ नहीं बोल पाते। रेलवे इस अतिक्रमण से किस प्रकार डील करता आया है, यदि करता आया होता तो यह स्थिति नहीं बनती, इसके कारण साफ हैं। 15 मीटर के सुरक्षा दायरे और ट्रैक किनारे की अन्य भूमि को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए ईमानदार प्रयास ही नहीं किए गए। विडंबना तो यह कि जब कभी इन बस्तियों को हटाने की कार्रवाई रेलवे ने की, तब अतिक्रमणकारी इस कार्रवाई के विरुद्ध अदालतों से स्टे ऑर्डर भी ले आते हैं। तब निगम या प्रशासन भी किकर्तव्यविमूढ़ बन जाता है। रेलवे के सीनियर अधिकारी से बात करने पर ढाक के तीन पात ही जवाब मिलता है। सीतामढ़ी की आरपीएफ कमांडर अनीता कुमारी बताती हैं कि सीतामढ़ी रेल प्रशासन इस मामले में संवेदनशील है। विभाग को क्षेत्राधिकार के स्टेशनों व ट्रैक किनारे बसे अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए प्रशासनिक मदद मांगी गई है। जल्द ही मुहिम चलाई जाएगी।
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सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हो या दरभंगा-नरकटियागंज रेलखंड हर तरफ अतिक्रमणकारी काबिज रेलवे के 176 किमी ट्रैक के किनारे अवैध रूप से बनी झुग्गियों को हटाने में रेल प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। सीतामढ़ी- मुजफ्फरपुर हो या दरभंगा-नरकटियागंज रेलखंड हर तरफ अतिक्रमणकारी काबिज हैं। सीतामढ़ी का सीमा क्षेत्र इतने किकलोमीटर में दरभंगा-नकरियागंज तक रेलखंड के कुंडवा चैनपुर स्टेशन के ऑउटर से दरभंगा रेलवे स्टेशन के पश्चिमी ऑउटार तक 112 किलोमीटर में सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर के पश्चिमी आउटर जुबासहनी रेलवे स्टेशन तक 64 किलोमीटर तक फैला है। इतने लंबे रेलखंड पर कुल 29 छोटे-बड़े रेलवे स्टेशन हैं। जिसमें एक जंक्शन रेलवे स्टेशन सहित आधा दर्जन से ज्यादा क्रासिग रेलवे स्टेशन का एरिया क्षेत्र इन दिनों अवैध तरीके से अतिक्रमण का शिकार है। अतिक्रमणकारियों से वसूली के खेल में ट्रैक पर कब्जा है। सीतामढ़ी के क्षेत्र में कई जगहों पर अतिक्रमणकारी काबिज हैं। सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेल खंड के न्यू रुन्नीसैदपुर के अलावा जुबासहनी से मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन का क्षेत्र चिन्हित है। इन रेलवे स्टेशन के तकरीबन डेढ़ लाख वर्ग फीट जमीन पर अवैध रूप से लोग कब्जा कर चले हैं। अपना व्यापार कर रहे हैं। रेलवे राजस्व को क्षति पहुंच रही है। ----------------------------------------------------------------
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