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    डुमरा-परसौनी रेलवे स्टेशन के बीच बनेगा बाइपास रेल ट्रैक, यात्रियों को होगी सुविधा

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 06:12 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड पर डुमरा-परसौनी के बीच 7 किमी का बाइपास बनेगा, जिससे ट्रेनों का आवागमन सुगम होगा और सीतामढ़ी स्टेशन पर ट्रेनों की बंचिंग की समस्या कम होगी। सर्वे शुरू हो गया है, और मालगाड़ियां सीधे दरभंगा की ओर निकल जाएंगी। दोहरीकरण से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि इससे रेलवे को परिचालन में सुविधा होगी।

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    संवाद सूत्र, सीतामढ़ी। मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड पर डुमरा-परसौनी स्टेशन के बीच बाइपास रेल लाइन बनाया जाएगा। इस सात किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन के निर्माण से उत्तर बिहार में ट्रेनों का आवागमन और भी सुगम हो जाएगा। खास बात यह है कि इससे सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की बंचिंग (एक साथ कई ट्रेनों के आने) की समस्या दूर होगी और समय पालन में भी सुधार आएगा।

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    पूर्व मध्य रेलवे के चीफ ट्रांसपोर्ट प्लानिंग मैनेजर (सीटीपीएम) के आदेश पर इस परियोजना का सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है। समस्तीपुर रेल मंडल के सुपरवाइजर स्तर के अधिकारी संयुक्त रूप से इसका सर्वे कर रहे हैं।

    रेलवे अधिकारियों के अनुसार, बाइपास बनने के बाद दरभंगा और न्यू जलपाईगुड़ी की ओर जाने वाली मालगाड़ियां अब सीतामढ़ी स्टेशन से होकर नहीं गुजरेंगी, बल्कि डुमरा से परसौनी होते सीधे दरभंगा की ओर निकल जाएंगी।

    इससे सीतामढ़ी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की कमी और ट्रेनों की देर तक ठहराव की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन वर्तमान में उत्तर बिहार का एक प्रमुख जंक्शन है, लेकिन प्लेटफार्म की सीमित संख्या और मालगाड़ियों की आवाजाही के कारण यहां अक्सर ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ता है।

    बाइपास लाइन बनने के बाद सीतामढ़ी स्टेशन पर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की आवाजाही निर्बाध होगी। जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। वही, पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल ने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड के दोहरीकरण कार्य का टेंडर भी जारी कर दिया गया है। कुल 58.740 किलोमीटर लंबे इस रेलखंड के दोहरीकरण पर करीब 635.39 करोड़ रुपये की लागत आएगी। परियोजना में मिट्टी का कार्य, छोटे पुलों का निर्माण, स्टेशन भवन, प्लेटफार्म विस्तार, लेवल क्रासिंग और अन्य आधारभूत संरचनाओं का विकास शामिल है।

    दोहरीकरण और बाइपास निर्माण से न सिर्फ रेल परिचालन बेहतर होगा, बल्कि यह रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट और शिव सर्किट जैसे धार्मिक पर्यटन स्थलों को भी मजबूती देगा। मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी के बीच यात्रा और भी तेज और सुरक्षित होगी। कुल मिलाकर, डुमरा - परसौनी बाइपास लाइन उत्तर बिहार के रेल नक्शे पर एक बड़ा बदलाव लाने वाली परियोजना साबित होगी।

    क्या कहते हैं स्टेशन अधीक्षक?

    इस बाबत पूछे जाने पर डुमरा स्टेशन अधीक्षक मानवेंद्र कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया इस बाइपास रैल ट्रैक तैयार होने से रेलवे को ट्रेन व मालगाड़ी की परिचालन में तक सहूलियत होगी। इससे अनावश्यक विलंब नहीं होगा और आवागमन और भी सुगम हो जाएगा।