'दिल तो पागल है और कुछ कुछ होता है..' उदित नारायण के गानों पर थिरकीं डीएम-एसपी की पत्नी
सीतामढ़ी। जानकी नवमी के अवसर पर तीन दिवसीय सीतामढ़ी महोत्सव में बालीवुड सिगर उदित नारायण झा की प्रस्तुति से आखिरी शाम यादगार बन गई।

सीतामढ़ी। जानकी नवमी के अवसर पर तीन दिवसीय सीतामढ़ी महोत्सव में बालीवुड सिगर उदित नारायण झा की प्रस्तुति से आखिरी शाम यादगार बन गई। उदित नारायण के नाम पर उनको देखने-सुनने मानो पूरा शहर उमड़ पड़ा। आम वो खास हर शख्स उनके गाने पर थिरकता हुआ नजर आया। महफिल में बिराजमान डीएम मनेश कुमार मीणा व एसपी हर किशोर राय भी प्रसन्नचित भाव में आनंदित हो रहे थे। वहीं डीएम-एसपी की पत्नी भी उदित नारायण के गानों पर झूमती हुईं नजर आईं। मंच पर आमंत्रित होने पर उन लोगों ने मोहब्बतें फिल्म में उदित नारायण के चर्चित गाने दिल तो पागल है दिल दिवाना है.. और शाहरूख-काजोल की फिल्म कुछ कुछ होता है के गाने क्या करूं हाय कुछ कुछ होता है..के बोल पर थिरकने से खुद को रोक नहीं पाईं। उदित नारायण और उनकी सिगर पत्नी दीपा नारायण झा ने उनको खूब झुमाया। दोनों हस्तियों को मंच पर थिरकता हुआ देखकर आम दर्शक भी प्रसन्न हो उठे। उदित नारायण ने अपनी सुपरहिट फिल्मों के ढेर सारे गाने प्रस्तुत किए। जो जीता वहीं सिकंदर फिल्म का यह गाना पहला नशा पहला खुमार नया प्यार है तेरा इंतजार कर लूं मैं क्या अपना हाल ऐ दिल -ए-बेकरार.., ओ खइके पान बनारस वाला, खुल जाए बंद अकल का ताला.. शाहरूख-प्रीति जिटा की फिल्म वीर जारा के गीत जानम देख लो मिट गई दूरियां..
दिल फिल्म के गीत अकेले हैं तो क्या गम है.. जो मेरी रूह को चैन दे प्यार दे
वो खुशी बन गए हो तुम जिदगी बन गए हो तुम.., मोहरा फिल्म का यह गीत तू चीज बड़ी है मस्त मस्त भी उदित नारायण ने गाकर युवा दिलों की धड़कनों को शांति किया। इस प्रकार, देर रात तक उदित नारायण ने अपने हिट गानों पर लोगों को खूब झुमाया। बोले उदित नारायण-भारत रत्न लता मंगेशकर के साथ मैंने गाए सर्वाधिक गाने अपने संबोधन में पद्म विभूषण उदित नारायण झा ने कहा कि वह भले ही सीतामढ़ी पहली बार आए हों, लेकिन मिथिलांचन के ही हैं। उन्होंने कहा कि माता सीता की मिथिला नगरिया से निकल कर यहां के लोग पूरी दुनिया में नाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपके बीच से निकलकर मैं दुनिया में नाम कमा रहा हूं। आप सभी का प्यार और आशीर्वाद यूं ही मिलता रहे तो ये सिलसिला कयामत से कयामत तक चलता रहेगा। उदित नारायण ने भारत रत्न लता मंगेशकर को याद करते हुए कहा कि उनकी बराबरी का फिर कोई फनकार पैदा नहीं होगा। उनकी सुरीली आवाज फिजां में अमर रहेगी। साथ ही उन्होंने जोरा कि आपके मिथिलांचल के इस बेटे (उदित नारायण) के साथ लता मंगेशकर के सबसे ज्यादा गाने हैं। यह सौभाग्य सिर्फ उदित नारायण झा को ही प्राप्त हुआ है।
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