ददरी पंचायत में हुआ विकास, अब बैंक, हाईस्कूल और अस्पताल का इंतजार
सीतामढ़ी। राजनीतिक रूप से चर्चित नानपुर प्रखंड का ददरी पंचायत विकास के दौर में भी अस्पताल और बैंक की बाट जोह रही है। ...और पढ़ें

सीतामढ़ी। राजनीतिक रूप से चर्चित नानपुर प्रखंड का ददरी पंचायत विकास के दौर में भी अस्पताल और बैंक की बाट जोह रही है। उच्च विद्यालय नहीं होने का मलाल है। पंचायत का विकास हुआ है। स्वच्छता के मामले में यह पंचायत जिले में पहले पायदान पर है। इसको लेकर मुखिया रिकू कुमारी को जिला प्रशासन द्वारा चार बार और एक बार मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया है। इसी गांव से मुकेश कुमार लाल प्रखंड प्रमुख हैं। उनकी पत्नी रिकु कुमारी मुखिया हैं। पंचायत को इसका लाभ भी मिलता है। सड़कें गली-गली बन रही हैं। गांव-गांव बिजली और घर-घर शौचालय का निर्माण भी हुआ है। बावजूद गांव के लोगों में पिछड़ेपन की टीस है।'गांव की पाती'अभियान के तहत रविवार को ददरी पंचायत के ददरी गांव में दैनिक जागरण की चौपाल लगी। जिसमें लोगों ने पंचायत में जारी विकास कार्यों पर संतोष जताया। लोगों नें कहा कि मुखिया और प्रमुख के नेतृत्व में पंचायत का विकास जारी है। मौके पर प्रखंड प्रमुख मुकेश कुमार लाल, मुखिया रिकु कुमारी, शौकत, रामानंद दास,विजय साह, कामोद चौधरी समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
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एक नजर पंचायत पर ::::
ददरी पंचायत में गांव की संख्या: 04
कुल वार्ड की संख्या: 12
कुल जनसंख्या: 12,000
कुल मतदाता: 7,000
उप स्वास्थ्य केंद्र: 00
प्राथमिक विद्यालय: 05
मध्य विद्यालय: 04
उत्क्रमित उच्च विद्यालय: 00
आंगनबाड़ी केंद्र की संख्या: 12
जन वितरण प्रणाली की विक्रेता की संख्या: 04
------------- ददरी पंचायत की तस्वीर बदली है। प्रमुख और मुखिया की पहल पर गांव-गांव तक बिजली पहुंची है। हर गली को पक्की सड़क से जोड़ा गया है। गांव में हाईस्कूल नहीं है। लेकिन मुखिया-प्रमुख की पहल पर इसकी स्वीकृति मिल गई है।
शौकत, ग्रामीण इस पंचायत से मुकेश कुमार लाल के प्रखंड प्रमुख होने और उनकी पत्नी सह पूर्व प्रमुख रिकू कुमारी के मुखिया होने से पंचायत के विकास को काफी बल मिला है। निश्चय ही गांव का बहुमुखी विकास हो रहा है। --रामानंद दास, ग्रामीण ददरी का चतुर्दिक विकास हुआ है। हालांकि, गांव में सरकारी बैंक नही होने के कारण लोगों को आठ किमी दूर जाना पड़ता है। गांव में बैंक की स्थापना की आवश्यकता है। इसके अलावा कॉलेज और हाईस्कूल की भी दरकार है।
--विजय साह, ग्रामीण
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गांव के 80 फीसद लोग कृषि पर निर्भर हैं। लेकिन, सिचाई के लिए नलकूप नहीं होने के कारण किसानों को निजी बोरिग से पटवन करना पड़ता है। इससे उनकी जेब पर बोझ पड़ता है। किसान हित में अविलंब सिचाई की व्यवस्था होनी चाहिए।
--कामोद चौधरी, ग्रामीण ददरी पंचायत विकास के मामले में जिले में पहले पायदान पर हो, साथ ही आमजन को हर सुविधा पंचायत में भी उपलब्ध हो, इसके लिए पूरी निष्ठा से काम कर रहा हूं। विकास के लिए समर्पित और संकल्पित हूं। बैंक और कॉलेज के लिए प्रयास जारी है।
--मुकेश कुमार लाल, प्रखंड प्रमुख
--------- पंचायत की तस्वीर बदलने की पहल जारी है। पंचायत को आदर्श पंचायत बनाने के प्रति संकल्पित हैं। अपने कार्यकाल में अब तक पंचायत में दर्जनों पीसीसी सड़क और नाले का निर्माण कराया है। पंचायत में 2000 शौचालय का निर्माण हुआ है। 300 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिया गया है। अन्य विकास कार्य भी कराए गए हैं।
--रिकू कुमारी, मुखिया, ददरी पंचायत

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