अब बदलेगा सरकारी स्कूलों का रूटीन, शिक्षा विभाग ने लागू की नई टाइम-टेबल
Bihar government school news: सीतामढ़ी के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा विभाग ने गुणवत्ता और अनुशासन को बढ़ाने के लिए मॉडल टाइम-टेबल लागू किया है। 2240 ...और पढ़ें

New school time table Bihar: 2240 विद्यालयों में लागू मॉडल टाइम-टेबल। जागरण
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। Government school timing update: सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और अनुशासन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने जिले में मॉडल टाइम-टेबल लागू कर दिया है।
इसके तहत सीतामढ़ी जिले के 1954 प्रारंभिक और 286 माध्यमिक/उच्च माध्यमिक सहित कुल 2240 सरकारी विद्यालयों में अब एक समान समय-सारिणी के अनुसार शैक्षणिक गतिविधियां संचालित होंगी।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक के निर्देशानुसार यह नई समय-सारिणी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, संस्कृत विद्यालयों, मदरसों और राजकीय उर्दू विद्यालयों में समान रूप से लागू होगी। इसके अंतर्गत अब विद्यालयों में छात्रों के लिए अलग-अलग सेक्शन नहीं बनाए जाएंगे, बल्कि सभी छात्र एक साथ कक्षा में अध्ययन करेंगे।
सुबह 9:30 से शाम 4 बजे तक स्कूल संचालन
नई व्यवस्था के अनुसार विद्यालयों का संचालन सुबह 9:30 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। सुबह 9:30 से 10 बजे तक छात्रों की पोशाक, गेटअप, बाल और नाखून की जांच की जाएगी। इसके बाद प्रार्थना सभा में बिहार गीत, सामान्य ज्ञान, समाचार वाचन और परिचर्चा कराई जाएगी। प्रत्येक दिन राष्ट्रगान (जन-गण-मन) के साथ असेम्बली का समापन अनिवार्य होगा। प्रार्थना सभा में लाउडस्पीकर का उपयोग तथा सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है।
कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान
शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि शैक्षणिक रूप से कमजोर छात्रों को कक्षा की आगे की पंक्तियों में बैठाया जाए। प्रत्येक शिक्षक को प्रतिदिन गृहकार्य देना और अगले दिन उसकी जांच करना अनिवार्य होगा। विद्यालय परिसर, कक्षाएं, रसोईघर और शौचालय की साफ-सफाई की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होगी।
पांचवें शनिवार को सांस्कृतिक गतिविधियां
जिस माह में पांचवां शनिवार होगा, उस दिन विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, बच्चों द्वारा तैयार सामग्री का प्रदर्शन और मूल्यांकन किया जाएगा। कक्षा 1 से 8 तक बैगलेस सुरक्षित शनिवार लागू रहेगा। मध्यांतर के बाद खेलकूद, सृजनात्मक गतिविधियां, बाल संसद तथा महीने में एक शनिवार को अभिभावक-शिक्षक बैठक आयोजित की जाएगी।
खेल और कला के लिए अलग घंटी
हर कक्षा के लिए खेलकूद, संगीत, नृत्य और पेंटिंग की एक-एक घंटी अनिवार्य की गई है। सभी कक्षाओं में एक साथ एक ही गतिविधि नहीं कराई जाएगी। यदि किसी कक्षा की बोर्ड या सेंटअप परीक्षा चल रही हो, तो अन्य कक्षाओं की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। शिक्षा विभाग का मानना है कि इस नई समय-सारिणी से छात्रों में अनुशासन, जागरूकता और सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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