¨हदी में अपने शब्दों में ही उत्तर दें
इंटर की परीक्षा की तिथि नजदीक आ रही है, परीक्षार्थियों को ¨चता सताने लगी है। कम समय में कैसे करें तैयारी, कौन सी किताबें पढ़े, कितने घंटे पढ़े आदि सोच ...और पढ़ें

सीतामढ़ी। इंटर की परीक्षा की तिथि नजदीक आ रही है, परीक्षार्थियों को ¨चता सताने लगी है। कम समय में कैसे करें तैयारी, कौन सी किताबें पढ़े, कितने घंटे पढ़े आदि सोच कर परेशान हो रहे हैं। ऐसे में दैनिक जागरण ने कॅरियरशाला शुरू की है। जिसमें इंटर के परीक्षार्थी एक्सपर्ट से तैयारी संबंधी सवाल पूछ रहे हैं।
शनिवार को ¨हदी विषय के विशेषज्ञ महिला शिक्षक संगीता चौधरी ने इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को सफलता के कई टिप्स दिए। प्रस्तुत है एक्सपर्ट द्वारा दिए गए टिप्स के मुख्य अंश।
¨हदी में शुद्धता और भाषा का रखें ख्याल
इंटर की परीक्षा में ¨हदी विषयों की तैयारी के लिए शुद्धता पर पकड़ होनी चाहिए। परीक्षार्थियों को अपने ही भाषा में उत्तर देने की कोशिश करनी चाहिए। प्रश्नों को समझें और उतर अपने हिसाब से दें। अपनी भाषा में दिया गया उत्तर सटीक अंक दिलाता है। ¨हदी में 50 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें पाठ एवं उनके लेखक व कवियों का नाम, जीवनी, पाठ की विद्या, पाठ के मुख्य पात्र एवं संबंध, कवि एवं लेखक के काल, उपाधि एवं उपनाम महत्वपूर्ण है। व्याकरण भाग से ¨लग, विलोम, पर्यायवाची, संधि विच्छेद, मुहावरा, काल, कारक, विशेषण, समास, उपसर्ग, प्रत्यय आदि महत्वपूर्ण है।
एनआरबी 50 अंक के होंगे
¨हदी में एनआरबी 50 अंकों के होंगे। जिसमें भावार्थ, सारांश से 10 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे। अतिलघु उतरीय 5 अंकों के पांच प्रश्न होंगे। संक्षेपण एवं निबंधन 5-5 अंकों का होगा। इसी प्रकार एलएल ¨हदी 100 अंक के होते है। परीक्षा का पैटर्न कठिन नहीं होता। यदि एकाग्रचित तथा आत्मविश्वास के साथ पूरे सिलेबस का आंतरिक मूल्यांकन करें। निरंतर कठिन प्रश्नों का सतत अभ्यास करें और भाषा और वर्तनी पर ध्यान देने चाहिए।
¨हदी में है महत्वपूर्ण
¨हदी में ¨वदुबार अध्ययन, पाठ्यपुस्तक के सभी पाठों का मूल रूप से अध्ययन, नए बदलाव को समझकर अध्ययन की रणनीति, नए अंक विभाजन को समझा उत्तर देने का अभ्यास, पुनरावृति, समय का प्रबंधन, समग्र पाठ़यक्रम का अध्ययन, मॉडल प्रश्न पत्र पर अभ्यास के साथ मुख्य ¨बदुओं को रेखांकित करना आदि महत्वपूर्ण है।
परीक्षा हॉल में समय का प्रबंधन जरूरी
परीक्षा के दौरान समय का पूरा ख्याल रखें। पेंचीदा सवाल में उलझने की जरूरत नहीं है। जो प्रश्न का जबाव आता है उसका उत्तर पहले दे। लेकिन ध्यान रहे कि क्रमवद्ध प्रश्नों का जबाव दें। ताकि कॉपी देखने के समय परीक्षक पूरा अंक दे सके। इससे परीक्षार्थियों की तैयारी का पता चलता है। सटीक उतर दे अनावश्यक बातों पर ध्यान नहीं
बाजार में उपलब्ध ओएमआर सीट पर करें अभ्यास
इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू होने में अब कम समय रह गया है। ऐसे में तैयारी करना चुनौती है। जो विद्यार्थी नियमित अभ्यास में हैं वैसे विद्यार्थियों को पुनरावृति करने की जरूरत है। जिनकी तैयारी नहीं हो सकी है वैसे विद्यार्थी मॉडल सेट की प्रैक्टिस जरूर करें। बदले हुए परीक्षा पैटर्न में छात्र थोड़ी सी सूझबूझ एवं कड़ी मेहनत से अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का जबाव ओएमआर सीट पर देना है। इसके लिए बाजार में ओएमआर का प्रारूप उपलब्ध है। ओएमआर सीट केवल काली एवं नीली रंग के बॉल पेन से भरा जाएगा। किसी भी स्थिति में इस पर व्हाइटनर का प्रयोग नहीं करना है।
इन्होंने पूछे सवाल
बैरगनिया से मनीष कुमार, पटदौरा बाजपट्टी से किसलय कुमार, शिवहर से गौरव कुमार, सीतामढ़ी से अविनाश कुमार, मानिक चौक से अंजना कुमारी, पुपरी से गोपालशंकर साह, सीतामढ़ी से दिव्या कुमारी, आयुषि कुमारी, सोनबरसा से मनीषा कुमारी, बथनाहा से काजल, सीतामढ़ी से प्रीति, सचिन कुमार, रीगा से राकेश कुमार, रून्नीसैदपुर से रवि आनंद, मेजरगंज से सोनी कुमारी आदि।

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