शेखपुरा में किसानों की जेब पर डाका, यूरिया की हो रही कालाबाजारी, दुकानदार वसूल रहे मनमाना दाम
शेखपुरा जिले में खरीफ सीजन के अंत में किसान यूरिया की कमी से परेशान हैं। कालाबाजारी में यूरिया 550 रुपये प्रति बोरी तक बिक रही है। किसानों का कहना है कि बिस्कोमान में यूरिया उपलब्ध नहीं है और खुदरा विक्रेता मनमाने दाम वसूल रहे हैं। कृषि विभाग का दावा है कि जिले में यूरिया की कोई कमी नहीं है।

जागरण संवाददाता, शेखपुरा। खरीफ सीजन के अंतिम चरण में वर्षा के साथ जिले के किसान यूरिया की किल्लत से भी जूझ रहे हैं। यूरिया की किल्लत दिखाकर किसानों से मनमाना मूल्य वसूल किया जा रहा है।
किसानों की शिकायत है कालाबाजारी में यूरिया 550 रुपये प्रति बोरी बेची जा रही है, वो भी काफी मुश्किल से उपलब्ध हो रहा है। अवगिल गांव के सामाजिक कार्यकर्ता तथा किसान रंजीत कुमार, किसान सुरेश प्रसाद, जनार्दन प्रसाद ने बताया बिस्कोमान में एक महीने से यूरिया नहीं है और इधर खुदरा विक्रेता मनमाने मूल्य पर यूरिया बेच रहे हैं।
नगर क्षेत्र के भी कई किसानों ने 500 रुपये प्रति बोरी से अधिक मूल्य पर यूरिया मिलने की बात कही है। लाइसेंसी खुदरा विक्रेता दुकानों के शटर बंद करके यूरिया नहीं होने का नाटक करते हैं और पिछले दरवाजे से यही यूरिया 500 या 550 रुपये प्रति बोरी में बेच रहे हैं।
बिस्कोमान के स्थानीय प्रबंधक गौतम कुमार ने बताया कि हमारे यहां एक महीने से यूरिया का अभाव है। 28 अगस्त को अंतिम दिन यहां यूरिया की बिक्री हुई थी। चालू सीजन में आवंटन से काफी कम यूरिया बिस्कोमान को मिला है।
वहीं विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, चालू खरीफ सीजन में जिला को 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन जिला को है, जिसमें 8 हजार मीट्रिक टन मिल चुका है। जिला में यूरिया के 7 थोक तथा 251 खुदरा बिक्रेता हैं।
जिला में यूरिया की कोई किल्लत नहीं है। बिस्कोमान में यूरिया नहीं है, मगर खुदरा दुकानों में यूरिया उपलब्ध है। जिला में अभी भी 121 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, जहां तक यूरिया की कालाबाजारी की बात है तो अभी तक विभाग को किसी किसान ने इस तरह की लिखित या मौखिक शिकायत नहीं की है। दुकानों का लगातार निरीक्षण भी किया जा रहा है। - सुजाता कुमारी, जिला कृषि पदाधिकारी
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