फर्जी पुलिसवालों ने किया युवक का अपहरण? शेखपुरा में दिनभर चला हाईवोल्टेज ड्रामा
शेखपुरा में खुद को पुलिस बताकर एक युवक का अपहरण किया गया, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लि ...और पढ़ें

शेखपुरा में युवक का अपहरण। फाइल फोटो
संवाद सहयोगी, बरबीघा। बरबीघा के मिशन थाना क्षेत्र में नालंदा के कतरीसराय के मायापुर निवासी एक युवक के अपहरण को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। इसमें पुलिस दिनभर परेशान रही।
वहीं, बाद में युवक को छोड़ देने का मामला भी सामने आया। अब इस मामले में पुलिस अधीक्षक बलीराम चौधरी के द्वारा जांच कराई जा रही है। यह पूरा मामला साइबर अपराध से जुड़ा हो सकता है।
दरअसल, यह पूरा मामला कतरीसराय थाना के मायापुर निवासी रौनक कुमार से जुड़ा हुआ है। मामले की जानकारी देते हुए रौनक कुमार के साला मन्नु कुमार ने बताया कि उसकी बहन सोनी देवी को मोबाइल पर कॉल करके बताया गया कि रौनक कुमार को बरबीघा के मिशन थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इसी की छानबीन करने के लिए जब वह बरबीघा आ रहे थे, तो रास्ते में रौनक के मोबाइल से कॉल करके तीन लाख रुपये की मांग छोड़ने के बदले की गई । साथ ही एक लोकेशन भी भेजा गया। उस लोकेशन पर पहुंचकर जब छानबीन किए तो कुछ पता नहीं चला।
फिर स्थानीय मिशन थाना में जाकर इसकी सूचना दी। जो लोकेशन भेजा गया था, वह मिशन थाना से कुछ ही दूरी पर था और उस लोकेशन में रौनक कुमार का अपाचे गाड़ी भी लगी हुई थी।
मन्नु कुमार ने बताया कि तीन लाख मांगने वाले ने खुद को पुलिस पदाधिकारी बताया और यहां मिशन थाना में जब पहुंचे तो उस लोकेशन वाले मकान में इसी थाना के दरोगा रवि रोशन के रहने की बात बताई गई।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बलीराम चौधरी को सूचना दी गई। बलीराम चौधरी ने बताया कि मामले की जांच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और स्थानीय इंस्पेक्टर से कराई जा रही है।
वहीं रवि रौशन नमक दरोगा 2 दिन पहले से ही छुट्टी लेने की बात पुलिस पदाधिकारी को बताया हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि रविवार की सुबह में रवि रौशन को मिशन चौक पर देखा गया है।
इस संबंध में यह भी मामला सामने आया कि जब इस पूरे मामले में पुलिस के वरीय पदाधिकारी को सूचना होने की भनक लगी तो रौनक कुमार को छोड़ दिया गया।
रौनक कुमार से जब मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उसने बताया कि मिशन चौक से खुद को पुलिस वाला बताकर पुलिस जीप पर सवार तीन लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसके नंबर से कॉल करके घर वालों से पैसे की मांग की गई।
रौनक ने बताया कि वह बरबीघा के गंगटी गांव से अपने मौसी के यहां से एक जन्मदिन समारोह में भाग लेकर सुबह में लौट रहा था तभी उसे पकड़ लिया गया । सबसे उपर तल्ले के कमरे में रखा गया। उसका पर्स भी ले लिया गया।
उधर, इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बलीराम चौधरी ने बताया कि इसमें किसी अपराधी गिरोह अथवा किसी पुलिस वाले की संलिप्त की जांच कराई जा रही है।
इसके लिए जिला के तकनीकी शाखा को लगाया गया है। जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार को जिम्मेदारी दी गई है।
इस संबंध में मोबाइल पर संपर्क किए जाने पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। जिस मकान में दरोगा रवि रौशन रहते हैं, उस मकान से जुड़ा हुआ मामला है। मकान में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। सीसीटीवी फुटेज अन्य जगहों से तलाश की जा रही है। इस मामले में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।