शेखपुरा में दुष्कर्म के दोषी की मौत, जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप, अस्पताल में हंगामा
शेखपुरा मंडल कारा में दुष्कर्म के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे विनोद चौहान की मौत हो गई। परिजनों ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा किया। उन्होंने पत्रकारों से भी दुर्व्यवहार किया। पुलिस के अनुसार, विनोद को अस्पताल में मृत घोषित किया गया, जबकि परिजनों का कहना है कि उन्हें देर से सूचना दी गई।

आजीवन सजा काट रहे बंदी विनोद चौहान की मौत
जागरण संवाददाता, शेखपुरा। शेखपुरा मंडल कारा में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में आजीवन सजा काट रहे बंदी विनोद चौहान (42) की मौत रविवार की देर रात हो गई। इसको लेकर सोमवार की सुबह सदर अस्पताल में मृतक बंदी के स्वजनों ने जमकर हंगामा किया।
स्थानीय जेल प्रशासन पर बंदी के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के स्वजनों ने समाचार संकलन कर रहे पत्रकारों से भी अभद्र व्यवहार किया तथा एक पत्रकार का मोबाइल फोन छीन लिया। स्थिति के नियंत्रण को लेकर अस्पताल आए पुलिस से भी गाली गलौज किया।
मृतक विनोद बिंद जिला के अरियरी थाना के टांडापर गांव के निवासी थी। इस दुष्कर्म मामले में मृतक का छोटा भाई ऋतुराज भी जेल में विचाराधीन कैदी के रूप में बंद है। शेखपुरा के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया रविवार की रात शरीर मे थरथराहट के बाद बंदी बिनोद अपने वार्ड में गिर गया था, जिसका शुरू में इलाज जेल अस्पताल में किया गया, मगर स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर उसे रात्रि सवा एक बजे सदर अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक के पुत्र सन्यासी कुमार (22) ने बताया रात्रि में ही पिता का स्वास्थ्य खराब होने पर घर वालों को कोई सूचना नहीं दी गई। मौत के 5 घंटे बाद सोमवार की सुबह 5 बजे थाना के एक सिपाही घर जाकर सदर अस्पताल में उनकी तबियत खराब होने की सूचना दी। जब अस्पताल आए तो चिकित्सक ने बताया जेल से ही उन्हें मृत अवस्था मे सदर अस्पताल लाया गया था।

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