शेखपुरा डीएम आरिफ अहसन ने प्रशांत भूषण के वोट चोरी के आरोपों को बताया झूठा, दिए प्रमाण
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने सोशल मीडिया पर शेखपुरा जिले में वोट चोरी का आरोप लगाया था। जिलाधिकारी आरिफ अहसन ने इस दावे को गलत बताया है। जांच में पाया गया कि कुछ मतदाताओं के नाम पहले से ही सूची में थे जबकि अन्य के नाम गहन पुनरीक्षण 2025 से पहले ही शामिल कर लिए गए थे।

जागरण संवाददाता, शेखपुरा। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और कथित एक्टिविस्ट प्रशांत भूषण के द्वारा इंटरनेट मीडिया "एक्स" के माध्यम से 20 सितंबर को शेखपुरा जिले से संबंधित कथित रूप से वोट चोरी होने का एक दावा करते हुए पोस्ट किया गया था। जिसमें शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड के हुसैनाबाद गांव के नौ लोगों के नाम कथित रुप से गायब करने का दावा किया गया था।
इस दावा के पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर जारी होने के बाद जिलाधिकारी आरिफ अहसन के द्वारा इसका प्रमाण दिया गया, जिसमें वोट चोरी का कथित दावा झूठा निकला।
इस मामले में जिलाधिकारी ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मिली जानकारी को हम लोगों ने तत्काल स्पष्ट कर दिया। यहां किसी तरह के वोट चोरी की बात नहीं है। इस तरह का भ्रामक अफवाह फैलाया जाता है।
क्या है पूरा मामला
20 सितंबर को प्रशांत भूषण ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बिहार में हो रहे एसआईआर में मतदाताओं का नाम हटाने का मामला अनुमान से भी अधिक कपट पूर्ण है। चुनाव आयोग ने 65 लाख मतदाताओं को सूची से हटा दिया है। अब शोध से पता चला है कि जिन मतदाताओं के वोट हटाए गए थे, उनमें से कई मतदाता चुनाव आयोग की हटाई गई मतदाता सूची में शामिल ही नहीं है।
प्रशांत भूषण ने यह पूरा मामला शेखपुरा जिला से संबंधित बताया। जिसमें जिले के शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र 169 के भाग संख्या 172, 173 और 174, अरियरी प्रखंड के हुसैनाबाद गांव के नौ मतदाताओं का है।
इसमें कथित रूप से दावा किया गया कि इम्तियाज खान, रौनक खातून, शहनाज खातून, शाहजाद खान, शानो बेगम, साेमी खातून, वासी खान, लाडली खातून, शमा प्रवीन का नाम चुनाव आयोग के काटा और जुटा, दोनों सूची में नहीं है। कहा गया कि सूची में शामिल लाडली खातून और शमा प्रवीन का एपिक नंबर में भी गड़बड़ी कर दी गई है।
इसके बाद से शेखपुरा जिला प्रशासन ने प्रेस नोट जारी कर इस पूरे मामले को झूठ बताया। डीएम ने बताया कि इस मामले की जांच को लेकर अरियरी प्रखंड के सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी से इसकी जांच कराई गई।
जिसमें इम्तियाज़ खान, रौनक खातून, शहनाज खातून, शाहजाद खान, शानो बेगम, सोमी खातून, वासी खान में से रौनक खातून और शाहजाद खान का नाम 01/ 8/2025 को प्रकाशित प्रारूप सूची में सम्मिलित है। जबकि अन्य मतदाताओं के नाम गहन पुनरीक्षण 2025 से पूर्व से ही निर्वाचन सूची में सम्मिलित नहीं था। जिसको प्रशांत भूषण के आरोप लगाने से पूर्व ही निर्वाचन सूची में सम्मिलित कर लिया गया था।
शेष दो मतदाता लाडली खातून तथा शमा प्रवीन के बारे में एपिक संख्या में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया। दोनों मतदाताओं का नाम भाग संख्या 174 क्रम संख्या 822 और क्रम संख्या 349 पर अंकित है। जिलाधिकारी के द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट में सभी मतदाताओं के एपिक संख्या को भी दर्शाया गया है।
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