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    शिवहर में अनोखा मामला, दारोगा को नहीं दी रिश्वत तो थाने में हाजिरी लगाने का मिला निर्देश

    By Dharmendra Kumar SinghEdited By:
    Updated: Tue, 11 Oct 2022 09:03 AM (IST)

    Sheohar Crime प्राथमिकी में बगैर नाम के ही दारोगा ने स्नातक के छात्र को सुनाया फरमान। कोर्ट के आदेश के साढ़े पांच माह बाद दारोगा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज। दारोगा की हरकत उजागर होने के बाद खूब हो रही चर्चा।

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    शिवहर में दारोगा के खिलाफ पांच माह बाद प्राथमिकी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    शिवहर, जागरण संवाददाता। जिले के श्यामपुर भटहां थाने में तैनात दारोगा चंदन कुमार की दबंगई का शिकार स्नातक का एक छात्र हो गया। मारपीट के एक मामले में उसका नाम नहीं होने के बाद भी दारोगा ने जांच के दौरान उसे थाने पर बुलाया। 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। नहीं देने पर युवक को थाने में रोजाना आकर हाजिरी देने का निर्देश दिया। इस मामले में पीड़ित की ओर से कोर्ट में दर्ज परिवाद पर सीजेएम के आदेश पर दारोगा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। वह भी आदेश के साढ़े पांच माह बाद।

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    50 हजार रुपये घूस की मांग

    श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के नयागांव वार्ड सात निवासी कुंदन कुमार ने एक अप्रैल, 2022 को सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया था। इसमें उसने अवर निरीक्षक चंदन कुमार को आरोपित करते हुए बताया कि गांव के मो. शमीउल्लाह ने मार्च में थाने में मारपीट की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें गांव के नन्हक राय, नंदलाल राय, अखिलेश कुमार, विमलेश कुमार, कमलेश कुमार, मुनील कुमार, विश्वप्रताप कुमार, विकेश कुमार व जितेंद्र कुमार को आरोपित किया था। कुंदन का कहना है कि मेरा नाम नहीं होने के बाद भी दारोगा चंदन कुमार ने जांच के दौरान उस मारपीट के एक वीडियो में मुझे देखकर थाने में बुलाया और पूछताछ की। कोई संलिप्तता नहीं होने के बाद भी 50 हजार रुपये घूस मांगे। इन्कार करने पर रोजाना थाने में आकर हस्ताक्षर करने का निर्देश दिया। डरे-सहमे छात्र ने मार्च में थाने में पहुंच हाजिरी लगाई। इसके बाद कोर्ट में परिवार दाखिल किया। इसमें उसने थाने के सीसीटीवी फुटेज की जांच कराते हुए कार्रवाई की मांग की। कुंदन का कहना है कि वह मुजफ्फरपुर में स्नातक की पढ़ाई करता है। इसके चलते मानसिक रूप से प्रताड़ित होने के साथ उसकी पढ़ाई भी बाधित हुई। सीजेएम शिवहर ने 19 अप्रैल को मामले में श्यामपुर भटहां थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर जांच का आदेश दिया था, लेकिन साढ़े पांच माह बाद सात अक्टूबर को श्यामपुर भटहां थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। अवर निरीक्षक एसएन प्रसाद को इसकी जांच सौंपी गई है। थानाध्यक्ष विजय यादव का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।