देकुली धाम मंदिर: जीर्णोद्धार कार्य में देरी, श्रद्धालुओं में निराशा
शिवहर के देकुली धाम मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य अभी भी अधूरा है, जबकि समय सीमा बढ़ाई गई थी। मुख्यमंत्री ने 2023 में शिलान्यास किया था, जिसका लक्ष्य मई ...और पढ़ें

सरोवर के निर्माण व सौंदर्यीकरण के निर्माण में लग सकता है वक्त। जागरण
सुनील कुमार गिरि, शिवहर। Bihar News: निर्माण की मियाद छह माह बढ़ाए जाने के बाद भी बाबा भुवनेश्वरनाथ महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार और ऐतिहासिक तालाब का निर्माण सह सौंदर्यीकरण का काम आधा अधूरा है।
13 दिसंबर 2023 को शिवहर दौरे के क्रम में सीएम नीतीश कुमार ने मंदिर व तालाब का जीर्णोद्धारतथा मार्केट काम्पलेक्स के निर्माण का शिलान्यास किया था। मई 2025 तक निर्माण पुरा कराना था। पर्यटन विभाग को निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
11.92 करोड़ की लागत से आर्या कंस्ट्रक्शन ने मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया। 80 प्रतिशत काम हो चुका है। बाढ़-बरसात व मंदिर में होने वाले विभिन्न आयोजन की वजह से कार्य प्रभावित होने का हवाला देते हुए आर्या कंस्ट्रक्शन ने छह माह की अतिरिक्त अवधि मांगी।
इसके आलोक में अब 31 दिसंबर तक मंदिर को जिला प्रशासन को सौंपना है। आर्या कंस्ट्रक्शन का कहना है कि वह 31 दिसंबर तक काम पूरा करा लेंगे। हालांकि ऐतिहासिक तालाब का निर्माण व सौंदर्यीकरण की राह में बाधा है। निर्माण एजेंसी द्वारा चार करोड़ 96 लाख 23 हजार की लागत से काम कराया जा रहा है। लेकिन अब भी निर्माण आधा अधूरा है। मंदिर के ठीक सामने स्थित सरोवर काफी पुराना है।
अकाल के दौरान भी यह सरोवर नहीं सूखा था। बताया जाता है कि सरोवर का निर्माण चंद घंटे के भीतर दानवों ने किया था। भूकंप आदि प्राकृतिक आपदाओं के चलते तालाब धंस गया था। तब सेंत प्रेम भिक्षुजी महाराज व शिवहर राजा आदि ने कार सेवा कर सरोवर का जीर्णोद्धार किया था। उस वक्त तालाब से कई दुलर्भ मूर्तियां आदि मिली थी।
जब से सरोवर का निर्माण कराया जा रहा है तब से पानी की बाधा है। पानी निकाल देने के चंद घंटों के भीतर सरोवर भर जा रहा है। आगे के निर्माण के लिए पानी की निकासी जरूरी है। अब पास से गुजर रहे हाइवे को काट कर इसके रास्ते पानी को एनएच के उत्तर स्थित एक तालाब में गिराने और ऐतिहासिक सरोवर को पानी से खाली करने की योजना है।
लेकिन एनएच को काटने के लिए एनएचएआइ से स्वीकृति जरूरी है। ऐसे में पर्यटन विभाग द्वारा एनएचएआइ को पत्र भेजा गया है।
पर्यटन विभाग के अभियंता कुणाल कुमार बंसक ने बताया कि एनएचआइ से स्वीकृति मिलने के बाद सरोवर का काम युद्ध स्तर पर पूरा करा लिया जाएगा।
निर्माण की राह में सरोवर का पानी बाधा बना हुआ है। एनएचएआइ से लिखित में परमिशन के बाद सड़क तोड़ी जाएगी। बताया कि अगर स्वीकृति नहीं मिली तो सरोवर का काम प्रभावित होगा और इसमें समय लगेगा। बताया कि 31 दिसंबर तक मंदिर व 31 जनवरी तक 74 कमरा वाले मार्केट काम्पलेक्स का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा।
हालांकि जिलाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय ने बताया कि पानी की निकासी के लिए बाहर से मशीनें मंगवाई जा रही है। जल्द से जल्द निर्माण पूरा कराया जाएगा। बताते चलें कि अति प्राचीन देकुली धाम मंदिर से जिलावासियों की असीम श्रद्धा, आस्था व भक्ति जुड़ा है।
शिवहर ही नहीं दूर- दूर से श्रद्धालु आकर बाबा भुवनेश्वर नाथ का जलाभिषेक करते हैं वहीं मनोवांछित फल प्राप्त करते हैं। इस स्थल को अब पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित कराने की पहल जारी है।

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