Sheohar News: निगरानी टीम की शिवहर में दबिश, 70000 रुपये की रिश्वत लेते सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार
शिवहर में निगरानी टीम ने जिला भू-अर्जन कार्यालय में छापा मारा और विजय कुमार नामक एक कर्मचारी को 70000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। विजय कुमार पर शिवहर-सीतामढ़ी रेलमार्ग में भूमि अधिग्रहण के मुआवजे के लिए पप्पू तिवारी से 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। निगरानी टीम ने पप्पू तिवारी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विजय कुमार को रंगे हाथों पकड़ा।
जागरण संवाददाता, शिवहर। पटना से आई निगरानी टीम ने बुधवार को समाहरणालय स्थित जिला भू-अर्जन कार्यालय में छापेमारी कर 70 हजार रुपये रिश्वत लेते विजय कुमार श्रीवास्तव नामक कर्मी को गिरफ्तार कर लिया। विजय कुमार द्वारा शहर के बभनटोली निवासी पप्पू तिवारी से शिवहर- सीतामढ़ी रेलमार्ग में भूमि के अधिग्रहण मद की मुआवजा राशि भुगतान में बतौर कमीशन आठ लाख रुपये की डिमांड की जा रही थी।
इस संबंध में पप्पू तिवारी ने पटना स्थित निगरानी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके आलोक में बुधवार को शिवहर पहुंची निगरानी टीम ने जिला भू-अर्जन कार्यालय में छापेमारी कर लिपिक विजय कुमार श्रीवास्तव को 70 हजार रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। वहीं, परिसदन में ले जाकर विजय कुमार से सघन पूछताछ की। इसी के साथ, लिपिक को लेकर पटना रवाना हो गई।
सात साल बाद जिले में निगरानी की इस कार्रवाई से शिवहर के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा रहा। पकड़ा गया लिपिक मूल रूप से शिवहर जिले के श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के फूलकाहां के रहने वाले है। इसके पूर्व वह पिपराही प्रखंड कार्यालय में तैनात थे।
इधर, निगरानी की इस कार्रवाई के बाद परिसदन पहुंचे कुछ लोग शिकायतकर्ता पप्पू तिवारी के खिलाफ आक्रोश दिखाते नजर आए। एक व्यक्ति ने उन्हें एससीएसटी एक्ट में फंसाने की भी धमकी दी। पूरे मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी निगरानी सुजीत कुमार सागर ने बताया कि इस कार्यालय में लिपिक से लेकर वरीय पदाधिकारी तक भ्रष्टाचार में लिप्त है। रिश्वतखोरी में इनका चैनलाइज सिस्टम काम कर रहा है।
बताया कि एक वरीय अधिकारी की संलिप्तता के प्रमाण भी मिले है। कहा कि पूरे मामले की सघन जांच होगी। साथ ही गिरफ्तारी भी होगी। बताया कि भू-अर्जन की राशि की भुगतान के लिए पप्पू तिवारी से दो प्रतिशत कमीशन की डिमांड की जा रही थी। उन्होंने निगरानी थाने में आवेदन दिया था।
इसके बाद निगरानी टीम ने शिवहर पहुंचकर मामले की जांच की थी। मामला सही साबित होने के बाद 17 जून को निगरानी थाना पटना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वहीं बुधवार को शिवहर पहुंचकर जिला भू-अर्जन कार्यालय में छापेमारी कर लिपिक विजय कुमार श्रीवास्तव को उस वक्त दबोचा गया जब वह पप्पू तिवारी से 70 हजार रुपये ले रहे थे।
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