आठ सादे चेक पर जबरन हस्ताक्षर करा 20 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराया
शिवहर। परिहार उत्तरी पंचायत के मुखिया पति निजामुद्दीन अंसारी एवं पुत्र शाहनवाज अंसारी ने वाड
शिवहर। परिहार उत्तरी पंचायत के मुखिया पति निजामुद्दीन अंसारी एवं पुत्र शाहनवाज अंसारी ने वार्ड नंबर 3 के वार्ड सदस्य से जबरन 8 सादे चेक पर हस्ताक्षर करा लिया। उस चेक का इस्तेमाल कर 20 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। वार्ड सदस्य ने जब इसकी लिखित शिकायत बीडीओ से की तो आरोपितों ने दरवाजे पर बुलाकर मारपीट की तथा जान मारने एवं जेल भेज देने की धमकी भी दी। वार्ड 3 के वार्ड सदस्य मैसहा गांव निवासी दिव्यांग अब्दुल रहीम ने दर्ज प्राथमिकी में ये आरोप लगाया है। जिसमें मुखिया पति एवं पुत्र के अलावा मुखिया इशरत परवीन को नामजद किया है। आवेदन में बताया है कि गली नली पक्कीकरण योजना के लिए मुखिया ने 20 लाख रुपये वार्ड के खाते में ट्रांसफर किए। उसके बाद दरवाजे पर बुलाकर आठ सादे चेक पर हस्ताक्षर करा लिया। फिर वार्ड सदस्य को काम कराने से रोककर खुद घटिया तरीके से कार्य कराया। 10 दिसंबर को योजना की जांच करने पहुंचे बीडीओ को वार्ड सदस्य ने सारा वाकया बताया। अगले दिन बीडीओ को आवेदन देकर मामले की शिकायत की। इससे नाराज आरोपितों ने वार्ड सदस्य के साथ मारपीट की एवं धमकी दी। वार्ड सदस्य द्वारा परिहार उत्तरी पंचायत की मुखिया इशरत परवीन, उनके पति निजामुद्दीन अंसारी एवं पुत्र शाहनवाज अंसारी पर प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पंचायत की राजनीति गरमा गई है। चौक-चौराहों पर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। वार्ड सदस्य अब्दुल रहीम ने 12 दिसंबर को बीडीओ को जो आवेदन दिया है, उसमें बताया है कि आरोपितों ने पिस्तौल का भय दिखाकर चेक पर हस्ताक्षर कराए। जबकि, पुलिस को दिए आवेदन में रहीम ने पिस्तौल का कहीं जिक्र नहीं किया है। पूछने पर रहीम ने बताया कि वह पढ़ा लिखा नहीं है। इस कारण उसे यह पता नहीं था कि चेक पर साइन कराने के बाद खाते से राशि निकासी कर ली जाएगी। उधर, मुखिया पति निजामुद्दीन अंसारी ने बताया कि वार्ड सदस्य ने छह से सात लाख रुपये का गबन किया है। इसकी शिकायत मुखिया ने पंचायत सचिव एवं बीडीओ की थी। जांच से बचने के लिए वार्ड सदस्य ने झूठा और बेबुनियाद आरोप लगाया है।
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