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    बिहार के सारण में दर्दनाक हादसा, शादी के रथ पर करंट लगने से विस्फोट; झुलसकर दो चचेरे भाइयों की मौत

    Updated: Sat, 17 May 2025 06:07 PM (IST)

    दोनों युवक रथ के ऊपर सोने के लिए चढ़े तभी रथ के ऊपर से गुजर रहे बिजली की प्रवाहित तार की चपेट में आ गए। करंट लगते ही दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना डेरनी थाना क्षेत्र अंतर्गत पिरारी गांव में हुई। स्वजनों में मातम पसरा है।

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    करंट से जान गंवाने वाले भाई। मौत के बाद रोते स्वजन। जागरण।

    संसू, भेल्दी/दरियापुर (सार)। जिले के डेरनी थाना क्षेत्र अंतर्गत पिरारी गांव में करंट लगने से दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान भेल्दी थाना क्षेत्र के बसौता गांव निवासी हसेंद्र सिंह के पुत्र आलोक कुमार सिंह (20) और बासुदेव सिंह के पुत्र अनीश कुमार सिंह (18) के रूप में की गई है। दोनों रिश्ते में चचेरे भाई थे और एक साथ बारात में शामिल होने के बाद अपने ननिहाल पहुंचे थे।

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    द्वारपूजा की रस्म के बाद आ गए थे गांव

    मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को आलोक और अनीश एक रथ को लेकर इसुआपुर थाना क्षेत्र के भिठ्ठी गांव से डेरनी थाना के खिड़कियां गांव में बारात लगाने के लिए गए थे। द्वारपूजा की रस्म पूरी होने के बाद दोनों अपने ननिहाल पिरारी गांव आ गए, जो मिश्रीलाल प्रसाद का घर बताया गया है।

    चक्के में आग लगने के बाद हुआ विस्फोट

    बताया जा रहा है कि रात में जब दोनों युवक रथ के ऊपर सोने के लिए चढ़े, तभी रथ के ऊपर से गुजर रहे बिजली की प्रवाहित तार की चपेट में आ गए। करंट लगते ही दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसी दौरान रथ के चक्के में आग लग गई और एक जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे घरवाले बाहर निकले और देखा कि दोनों युवक रथ के नीचे मृत पड़े हैं।

    गांव में दौड़ी शोक की लहर

    घटना की सूचना मिलते ही डेरनी पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा। शनिवार की सुबह जैसे ही दोनों युवकों का शव बसौता गांव में पहुंचा तो पूरे बसौता और पिरारी गांव में इस दर्दनाक हादसे के बाद शोक की लहर दौड़ गई है।

    कार्रवाई की मांग कर रहे स्थानीय लोग

    दो युवा बेटों की असमय मौत ने परिवार और गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से बिजली व्यवस्था की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं और इस मामले में ठोस कार्रवाई की मांग की है।

    आलोक की मां पार्वती देवी और उनके भाई अमरजीत सिंह, बसंत सिंह, रणधीर सिंह और मृत्युंजय सिंह का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, अनीश कुमार की मां सुनीता देवी छाती पीट-पीटकर रो रही थीं, जबकि पिता बासुदेव सिंह बेटे का शव देखते ही बेसुध हो गए।

    सरकारी मदद का मिला आश्वासन

    अनीश की बहन काजल कुमारी और भाई मनीष कुमार सिंह की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।घटना की जानकारी होते ही समाजसेवी लालबाबू सिंह ने स्थानीय प्रशासन को सूचित किया। सूचना मिलते ही अमनौर के बीडीओ राजीव कुमार सिन्हा मौके पर पहुंचे और शोक-संतप्त परिवार को ढाढ़स बंधाया। उन्होंने परिजनों को हर संभव सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।