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    सोनपुर मेले में लगा अनोखा स्टॉल, शिक्षा से वंचित बच्चों को दे रहा पढ़ाई का दूसरा मौका

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 10:31 AM (IST)

    विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेले में बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (बी.बोस) का स्टॉल शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया ...और पढ़ें

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    शिक्षा से वंचित बच्चों को दे रहा पढ़ाई का दूसरा मौका

    जागरण संवाददाता, सारण। विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला इस बार केवल मनोरंजन, खरीदारी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का केंद्र नहीं रहा, बल्कि शिक्षा का संदेश भी दे रहा है। मेले में लगे विभिन्न सरकारी विभागों के स्टॉलों के बीच बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (बी.बोस) का विशेष सूचना स्टॉल लोगों का खास ध्यान आकर्षित कर रहा है। यह स्टॉल उन बच्चों, अभिभावकों और युवाओं के लिए उम्मीद की किरण बन गया है, जो किसी कारणवश नियमित विद्यालयी शिक्षा से दूर हो गए थे।

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    बी.बोस के इस स्टॉल पर प्रशिक्षित कर्मियों की टीम उपस्थित रहती है, जो आगंतुकों को बोर्ड से संबंधित सभी आवश्यक जानकारियों से अवगत करा रही है।

    नामांकन प्रक्रिया से लेकर परीक्षा परिणाम, अध्ययन सामग्री से लेकर ऑनलाइन सुविधाओं तक, सभी विषयों पर विस्तृत मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जा रहा है।

    स्टॉल पर आने वाले छात्रों को यह बताया जा रहा है कि यदि वे पारिवारिक परिस्थितियों, आर्थिक कारणों, सामाजिक बाधाओं या अन्य वजहों से नियमित स्कूल की पढ़ाई जारी नहीं रख पाए हैं, तो बी.बोस के माध्यम से वे माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर की शिक्षा जारी रख सकते हैं और मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र हासिल कर सकते हैं।

    बोर्ड की टीम न केवल नामांकन प्रक्रिया समझाती है, बल्कि छात्रों को नजदीकी अध्ययन केंद्रों, उनकी सुविधाओं, उपलब्ध विषयों और अध्ययन सामग्री के बारे में भी जानकारी देती है।

    साथ ही ऑनलाइन नामांकन, शुल्क भुगतान, ई-स्टडी मैटेरियल और परीक्षा संबंधित डिजिटल सेवाओं के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

    मेले में बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक और शिक्षक इस स्टॉल पर पहुंच रहे हैं। कई अभिभावक यह जानकर उत्साहित दिखे कि उनके बच्चे बिना नियमित स्कूल गए भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं और भविष्य में बेहतर अवसर प्राप्त कर सकते हैं।

    वहीं, शिक्षक समुदाय भी इस पहल को शिक्षा के लोकतांत्रिक विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बता रहा है।

    बी.बोस के अधिकारियों का कहना है कि स्टॉल लगाने का उद्देश्य लोगों को यह संदेश देना है कि शिक्षा का कोई विकल्प नहीं है और हर व्यक्ति को सीखने का अधिकार है।

    उन्होंने बताया कि मेले के खत्म होने के बाद भी बोर्ड द्वारा छात्रों को नियमित रूप से जानकारी, सहायता और तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाता रहेगा, ताकि उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।

    इस प्रकार सोनपुर मेला इस वर्ष शिक्षा जागरूकता का एक सशक्त मंच बन गया है, जहां मनोरंजन के साथ-साथ सीखने का यह अनूठा अवसर भी लोगों को मिल रहा है।