Sonpur Mela 2025: डिजिटल सेवाओं का वन-स्टाप सेंटर, सिर्फ 150 रुपए में मिल रहा जमीन का नक्शा
सोनपुर मेले में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का पंडाल आकर्षण का केंद्र है। यहाँ मात्र 150 रुपये में जमीन का नक्शा मिल रहा है। पंडाल में डिजिटल सेवाओं की जानकारी दी जा रही है, जिससे लोग घर बैठे जमीन से जुड़े काम कर सकते हैं। जमाबंदी, दाखिल-खारिज, और भू-लगान भुगतान जैसी सेवाओं की जानकारी उपलब्ध है। यह पंडाल जानकारी और सुविधा का केंद्र बन गया है।

संवाद सूत्र, नयागांव (सारण)। हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले में इस बार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का पंडाल आगंतुकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। विभाग की ओर से मात्र 150 रुपए में जमीन का नक्शा उपलब्ध कराने की सुविधा लोगों को खूब लुभा रही है।
पंडाल में पहुंचते ही आगंतुकों का निबंधन किया जाता है और कुछ ही मिनटों में उन्हें नक्शा प्रदान कर दिया जाता है। इस त्वरित सेवा ने बड़ी संख्या में लोगों को विभाग की ओर आकर्षित किया है।
पंडाल में विभाग की डिजिटल सेवाओं को विस्तार से प्रदर्शित किया गया है। आगंतुकों को यह बताया जा रहा है कि अब जमीन और राजस्व से जुड़े कई काम घर बैठे ऑनलाइन पूरे किए जा सकते हैं।
सीएससी सारण जिला प्रबंधक आनंद ओझा ने बताया कि यहां जमाबंदी देखने, दाखिल-खारिज, भू-लगान भुगतान, एसएमएस अलर्ट, भूमि सम परिवर्तन, राजस्व न्यायालय में वाद दर्ज, डिजिटल हस्ताक्षरित अभिलेख प्रति, भूमि माफी आवेदन, भूमि दखल-कब्जा प्रमाण पत्र और परिमार्जन प्लस सहित सभी प्रमुख सेवाओं की जानकारी दी जा रही है।
इसके साथ ही जन शिकायत पोर्टल के उपयोग और शिकायत दर्ज करने की आनलाइन प्रक्रिया भी विस्तार से समझाई जा रही है, ताकि लोग विभागीय कार्यों में अनावश्यक भागदौड़ से बच सकें। पंडाल में वसुधा केंद्र के माध्यम से दी जाने वाली सेवा शुल्क सूची भी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित है।
रजिस्टर-II देखने का शुल्क 10 रुपए प्रति जमाबंदी (जीएसटी अतिरिक्त), पंजी-II देखने और लगान भुगतान के लिए 20 रुपए (जीएसटी अतिरिक्त) निर्धारित है। दाखिल-खारिज आवेदन 40 रुपए में किया जा रहा है, जबकि स्कैनिंग शुल्क 1.50 रुपए प्रति पेज तय है।
भूमि माफी के ऑनलाइन आवेदन के लिए 40 रुपए, एसएमएस अलर्ट के लिए 10 रुपए और परिमार्जन हेतु आवेदन 30 रुपए (जीएसटी अतिरिक्त) में किया जा सकता है। मेले में उपलब्ध इन डिजिटल सुविधाओं ने आगंतुकों को न सिर्फ जागरूक किया है, बल्कि भूमि संबंधित कार्यों की प्रक्रिया को समझने और तत्काल सेवा का लाभ उठाने का अवसर भी प्रदान किया है।
विभाग का यह पंडाल इस बार मेले में जानकारी, पारदर्शिता और सुविधा का एक विश्वसनीय केंद्र बनकर उभरा है, जहां लोग आधुनिक डिजिटल राजस्व प्रणाली का अनुभव कर रहे हैं।

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