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    Saran Temple: धन्नी धर्मनाथ मंदिर चोरी का खुलासा विवादों में, सेवक की गिरफ्तारी के विरोध में थाने पर प्रदर्शन

    By amritesh kumarEdited By: Radha Krishna
    Updated: Mon, 22 Dec 2025 01:18 PM (IST)

    बिहार के सारण जिले में धन्नी धर्मनाथ मंदिर में हुई चोरी का खुलासा विवादों में घिर गया है। पुलिस ने मंदिर के एक सेवक को गिरफ्तार किया है, जिसके विरोध म ...और पढ़ें

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    सेवक की गिरफ्तारी पर भड़के पुजारी व स्थानीय लोग

    जागरण संवाददाता, छपरा(सारण)। शहर के प्रसिद्ध धन्नी धर्मनाथ मंदिर में हुई चोरी के मामले में पुलिस द्वारा किए गए उद्वेदन पर अब सवाल उठने लगे हैं। मंदिर के सेवक की गिरफ्तारी के विरोध में मंदिर के पुजारी और आसपास के स्थानीय लोगों ने भगवान बाजार थाना परिसर में प्रदर्शन कर पुलिस कार्रवाई पर आपत्ति जताई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने मुख्य आरोपितों को पकड़ने के बजाय एक मंदबुद्धि युवक को बलि का बकरा बनाकर मामले का उद्वेदन कर दिया है।

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    सेवक की गिरफ्तारी पर नाराजगी

    मंदिर के पुजारी कृष्ण मुरारी तिवारी का कहना है कि पुलिस ने रतनपुरा मुहल्ला निवासी शंभू राय के पुत्र पंकज कुमार राय उर्फ बेंगा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था और बाद में उसे ही आरोपित बनाते हुए जेल भेज दिया। पुजारी के अनुसार पंकज पिछले चार-पांच वर्षों से मंदिर में सेवक के रूप में कार्यरत था। वह रोज सुबह स्वयं मंदिर आकर साफ-सफाई करता था और सेवेदार की जिम्मेदारी निभाता था।
    पुजारी का दावा है कि पंकज मंदबुद्धि है और इतनी बड़ी चोरी को अंजाम देना उसके लिए संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि वह कभी-कभी मूर्ति के पास चढ़ाए गए कुछ पैसे उठा लेता था, जिसकी जानकारी मंदिर प्रबंधन को भी थी, लेकिन उसने कभी मंदिर की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया।

    स्थानीय लोगों का आरोप

    स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस ने असली चोरों को पकड़ने में गंभीरता नहीं दिखाई और एक कमजोर मानसिक स्थिति वाले युवक को गिरफ्तार कर मामले को निपटा दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है और निर्दोष युवक को फंसाया गया है। लोगों ने पंकज को तत्काल रिहा करने की मांग की और निष्पक्ष जांच की अपील की।

    सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने पकड़ा था

    इस मामले में भगवान बाजार थानाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह ने पुलिस की कार्रवाई का बचाव किया। उन्होंने बताया कि मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर पंकज राय की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस के अनुसार, उसके पास से मंदिर की चोरी गई राशि का कुछ हिस्सा बरामद हुआ है, इसी आधार पर उसे जेल भेजा गया है।


    थानाध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि सीसीटीवी फुटेज में तीन अन्य लोगों के चेहरे भी सामने आए हैं, जिनकी पहचान की जा रही है और वे फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    17 दिसंबर की रात हुई थी चोरी

    उल्लेखनीय है कि 17 दिसंबर की रात चोरों ने धन्नी धर्मनाथ मंदिर में घुसकर मूर्तियों के स्वर्ण आभूषण और दान पेटी में रखी नकदी चोरी कर ली थी। 18 दिसंबर की सुबह करीब चार बजे जब पुजारी मंदिर की सफाई और आरती के लिए पहुंचे तो चोरी की जानकारी हुई। इसके बाद तत्काल भगवान बाजार थाना को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने पंकज राय की गिरफ्तारी की, लेकिन अब इसी गिरफ्तारी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है।

    पुलिस के जांच जांच पर उठे सवाल

    मंदिर प्रबंधन और स्थानीय लोगों का कहना है कि जब सीसीटीवी में अन्य संदिग्ध भी दिख रहे हैं, तो केवल एक ही व्यक्ति को जेल भेजना संदेह पैदा करता है। लोगों ने निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की है, ताकि असली दोषियों को सजा मिल सके और निर्दोष को राहत।फिलहाल, मंदिर चोरी कांड का यह मामला पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच टकराव का रूप ले चुका है और आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।