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    Saran News: सारण में आर्केस्ट्रा के अंधेरे से बाहर निकलीं लड़कियां, 'आवाज दो' बना सहारा

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 02:17 PM (IST)

    सारण पुलिस ने 'आवाज दो' अभियान के तहत ऑर्केस्ट्रा समूहों पर शिकंजा कसा है। अब तक 279 लड़कियों को बचाया गया है और 93 गिरफ्तारियां हुई हैं। दलाल लड़कियों को नौकरी का लालच देकर लाते थे और उनका शोषण करते थे। पुलिस ने नागरिकों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है। 'आवाज दो' हेल्पलाइन पर सूचना दी जा सकती है।

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    सारण में आर्केस्ट्रा के अंधेरे से बाहर निकलीं लड़कियां, 'आवाज दो' बना सहारा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, छपरा। सारण पुलिस द्वारा महिलाओं एवं नाबालिगों के शोषण के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान 'आवाज दो' के तहत जिलेभर में संचालित संदिग्ध आर्केस्ट्रा समूहों पर लगातार शिकंजा कसने की कार्रवाई जारी है। वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष (एसएसपी) के निर्देश पर मई 2024 से शुरू हुई इस कार्रवाई में अब तक 279 लड़कियों को मुक्त कराया गया, 35 कांड दर्ज हुए और 93 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

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    यह अभियान उन आर्केस्ट्रा संचालकों के खिलाफ चलाया जा रहा है जो मनोरंजन कार्यक्रमों की आड़ में नाबालिग लड़कियों का शोषण कर रहे थे। पुलिस की हालिया छापेमारी ने कई ऐसे रैकेटों का भंडाफोड़ किया है, जिनमें लड़कियों को नौकरी और अच्छी कमाई का लालच देकर बाहर से लाया जाता था।

    नौकरी व अच्छी कमाई का लालच, फिर फंस जाती थीं लड़कियां:

    पुलिस की जांच में सामने आया है कि कई दलाल कोलकाता, उत्तर 24 परगना, हावड़ा समेत पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों और नेपाल के तराई इलाकों से नाबालिग व युवतियों को डांसर, सिंगर या इवेंट स्टाफ की नौकरी का लालच देकर लाते थे, लेकिन सारण में पहुंचते ही लड़कियों को असलियत का पता चलता, उनसे जबरन आर्केस्ट्रा में नचाया जाता, शोषण का विरोध करने पर मारपीट की जाती।

    इतना ही नहीं, मोबाइल फोन व दस्तावेज छीन लिए जाते, कई लड़कियों को कमरों में बंद रखा जाता था।पुलिस पूछताछ में कई पीड़िताओं ने बताया कि उन्हें “रोजाना 1000-1500 रुपए कमाने का झांसा दिया गया था, लेकिन यहां उन्हें रातभर कार्यक्रमों में नचाया जाने के बावजूद पैसे नहीं दिए जाते थे।

    शारीरिक व मानसिक शोषण:

    सारण पुलिस द्वारा मुक्त कराई गई कई लड़कियों ने बताया कि आर्केस्ट्रा में न केवल नचाया जाता था, बल्कि कार्यक्रम के बाद शराब पी चुके दर्शकों द्वारा छूने-टटोलने और अश्लील हरकतों का भी सामना करना पड़ता था। कुछ मामलों में आयोजकों और संचालकों द्वारा शारीरिक संबंधों के लिए दबाव डालने की भी शिकायतें दर्ज की गई हैं।

    पुलिस का कहना है कि यह केवल आर्केस्ट्रा का व्यापार नहीं, बल्कि मानव तस्करी का घिनौना रूप है, जिसे जड़ से खत्म करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।

    आवाज दो बना महिलाओं की सुरक्षा की ढाल:

    एसएसपी ने बताया कि आवाज दो - हेल्पलाइन- 9031600191 पर आने वाली सूचनाएं कार्रवाई की रीढ़ बन चुकी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों तक पुलिस की टीमों को भेजा जा रहा है।सूचना मिलने पर तुरंत छापेमारी कर लड़कियों को सुरक्षित निकाला जाता है और आरोपितों को गिरफ्तार किया जाता है।

    अभियान के तहत अब तक 279 लड़कियां सुरक्षित निकाली गईं। इसके साथ ही 35 प्राथमिकी दर्ज व 93 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं, कई आर्केस्ट्रा संचालक फरार, तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि मुक्त कराई गई लड़कियों का मेडिकल, काउंसलिंग और पुनर्वास की प्रक्रिया भी सुनिश्चित की जा रही है।

    पुलिस की अपील: आगे आएं, महिलाओं को आवाज दें

    सारण पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी इलाके में संदिग्ध आर्केस्ट्रा, कार्यक्रम, या महिलाओं/नाबालिगों के शोषण की गतिविधि दिखे,तो तुरंत आवाज दो हेल्पलाइन- 9031600191 पर सूचना दें।पुलिस ने स्पष्ट किया कि सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।