सारण में महिला एएसआई नहीं खाली कर रही थी घर, दबाव देने पर मकान मालिक को पिटवाया; अब SSP ने लिया एक्शन
सारण जिले के मांझी थाने में पुलिस द्वारा दादागिरी का मामला सामने आया है। महिला ASI के विवाद में थानाध्यक्ष अमित कुमार समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित कर द ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, छपरा। सारण जिले में मांझी थाने के पुलिस द्वारा दादागिरी करने एवं जबरन घर में घुसकर महिला के स्वजनों के साथ मारपीट करने एवं गिरफ्तार करने का मामला सामने आया है।
इसका वीडियो प्रसारित होने एवं राजीव रंजन की पत्नी रूबी देवी द्वारा 14 जून के आवेदन के बाद एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने एक्शन लिया है।
उन्होंने एकमा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-दो राजकुमार से जांच के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी पुलिस पदाधिकारी मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार,पुलिस अवर निरीक्षक विपुल कुमार सिंह एवं प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए पांच दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि 13 जून को मांझी में मकान खाली करने को लेकर अरूण कुमार एवं एएसआई आरती कुमारी के बीच बहस हुई थी। महिला दारोगा द्वारा एक साल से मकान नहीं खाली किया जा रहा था। इसके बाद महिला पुलिस पदाधिकारी द्वारा मांझी थाना पुलिस को बुलाया।
जिसके बाद मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार अपने थाना में प्रतिनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक विपुल कुमार सिंह एवं बल के साथ वहां पहुंचकर रूबी देवी घर पर आकर मामले की जांच किए बिना ही आवेदिका एवं परिवार के सदस्यों पर हावी होते हुए बल का अनुचित प्रयोग कर अरूण कुमार एवं मोनु कुमार को जबरन पकड़कर थाना लाया गया।
इस घटना के संबंध में प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी के आवेदन के आधार पर मांझी थाना (कांड सं.-209/25, दिनांक 13.06.25 )में प्राथमिकी दर्ज कर पकड़े गए दोनों आरोपित न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
एक साल से जबरन रह रही थी महिला एएसआई मकान में
जांच के दौरान ज्ञात हुआ कि मांझी थाना में पदस्थापित प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी विगत एक वर्ष से आवेदिका रुबी देवी के मकान में एक कमरा किराये पर लेकर रह रही थी।
इस दौरान विवाद के बाद मकान मालिक द्वारा एएसआई आरती कुमारी को रूम खाली करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा।
इसी बीच 13 जून को मकान खाली करने को लेकर रूबी देवी के देवर अरूण कुमार एवं पुलिस पदाधिकारी आरती कुमारी के बीच बहस हो गई। जिसकी सूचना उक्त महिला पुलिस पदाधिकारी द्वारा मांझी थाना को दी गई।
जिसके बाद मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार अपने थाना में प्रतिनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक विपुल कुमार सिंह एवं बल के साथ आवेदिका घर पर आकर मामले की जांच किए बिना ही आवेदिका एवं परिवार के सदस्यों पर हावी होते हुए बल का अनुचित प्रयोग कर अरूण कुमार एवं मोनु कुमार को जबरन पकड़कर थाना लाया गया।
इस घटना के संबंध में प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी के आवेदन के आधार पर मांझी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
बिना जांच के ही थानाध्यक्ष ने लगा दिया संगीन धारा
एसएसपी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश के आधार पर आमजनों से नम्रतापूर्ण व्यवहार करने हेतु सभी पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया गया था एवं अपराध गोष्ठी में भी बताया गया था।
इसके बावजूद इस मामले में प्राप्त वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि मांझी थाना के पुलिस पदाधिकारियों द्वारा आवेदिका परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है।
साथ ही जांच के दौरान यह भी ज्ञात हुआ कि एएसआई आरती कुमारी के द्वारा घटना के संबंध में बढ़ा-चढ़कर तथा गंभीर आरोप लगाकर मांझी थाना को सूचित किया गया तथा इस मामले में दर्ज कांड सं.-209/25 को गंभीर एवं संगीन बनाने के उद्देश्य से थानाध्यक्ष द्वारा मामले की जांच किए बिना ही धारा-109/132 बीएनएस का समावेश जानबूझकर किया गया है।
मांझी थाने के थानाध्यक्ष विपुल कुमार सिंह एवं प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी द्वारा की गई उपरोक्त कार्रवाई व व्यवहार से पुलिस की छवि धूमिल करने, इनका अपने कर्त्तव्य के प्रति लापरवाही एवं मनमानेपन को पाते हुए एकमा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, द्वारा समर्पित प्रतिवेदन के आधार पर वरीय पुलिस अधीक्षक ने मांझी निलंबन की कार्रवाई की है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।