सारण के कंप्यूटर शिक्षकों को मिल गया नया टास्क, अब घर-घर जाकर करेंगे ये काम
सारण जिले में कंप्यूटर शिक्षकों को आयुष्मान कार्ड बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। शिक्षकों को आयुष्मान भारत पोर्टल पर पंजीकृत किया जा रहा है। 26 मई से 2 ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, छपरा। सारण जिले में कंप्यूटर शिक्षकों को आयुष्मान कार्ड बनाने का जिम्मा दिया गया है। जिले के विभिन्न प्रखंड और नगर के विद्यालयों में कार्यरत कंप्यूटर के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को आयुष्मान कार्ड बनाना है। इसके लिए शिक्षकों को आयुष्मान भारत पोर्टल पर पंजीकृत किया जा रहा है।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर ने पत्र जारी कर माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को अपने यहां कार्यरत कम्प्यूटर शिक्षकों का आयुष्मान भारत के पोर्टल पर पंजीकृत कराने का आदेश दिया है।
कम्प्यूटर शिक्षक को आयुष्मान भारत के पोर्टल पर पंजीकृत करते हुए आईडी बनाने का निर्देश दिया गया है। 24 घंटे के अंदर शिक्षकों को पंजीकृत होने को कहा गया है।
कंप्यूटर शिक्षक घर-घर जाकर 26 मई से 28 मई के बीच युद्धस्तर पर अपने-अपने विद्यालयों और पोषक क्षेत्र में प्रत्येक गरीब परिवार के हर सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित करें। बच्चों के अभिभावकों को जरूरी कागजात के साथ विद्यालय बुलाएं या भ्रमण के दौरान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करें।
70 वर्ष के अधिक उम्र के सभी लोगों का बनेगा कार्ड
आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों तथा 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड निर्गत करने हेतु 26 मई से 28 मई तक चलने वाले विशेष अभियान में बनाया जाना है।
अभियान के अंतर्गत कार्ड निर्माण पंचायत सरकार भवन, पीएचसी, एपीएचसी, सीएचसी आदि जगहों पर किया जाएगा। आंगनबाड़ी, सेविका सहायिका, आशा कार्यकर्ता एवं तालिमा मरकज, शिक्षा सेवक भी विशेष अभियान में आयुष्मान कार्ड बनाएंगें।
पांच लाख रुपये तक का होता है इलाज
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थी परिवारों का पांच लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज होगा। इस योजना में अब परिवार के नए सदस्यों को भी शामिल किया जा सकता है। अगर किसी लाभार्थी की शादी होती है, तो उसकी पत्नी का नाम पोर्टल पर एड कर गोल्ड कार्ड बनाया जाएगा।
माता-पिता में से कोई एक भी आयुष्मान योजना का लाभार्थी है और उनके बच्चे का जन्म होता है, तो बच्चे को भी इस योजना का लाभ मिल सकेगा। बच्चे को योजना से जोड़ने के लिए जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत होगी।
27 लाख लाभार्थियों का कार्ड बनाने का लक्ष्य
सारण जिले में 27 लाख 61 हजार 472 लाभार्थियों का कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 12 लाख 32 हजार 472 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है।
वहीं, अब तक 70 साल या उससे अधिक उम्र के 7406 लाभार्थियों का कार्ड बन चुका है। अभियान के ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों का कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए विशेष अभियान में शिक्षकों को भी जिम्मेदारी दी गई है।

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