छपरा में मरीन ड्राइव की तर्ज पर बन रही 21 KM लंबी फोरलेन सड़क, 18 गांवों को किया जा रहा कनेक्ट; देखें रूट चार्ट
छपरा में रिविलगंज से बिशनपुर तक सरयू नदी के किनारे 21 किलोमीटर लंबी फोरलेन बाईपास सड़क बन रही है। मरीन ड्राइव की तर्ज पर बन रही इस सड़क से 18 गांवों को जोड़ा जाएगा। इससे पटना और यूपी की दूरी कम होगी। शहर में जाम से मुक्ति मिलेगी और व्यवसाय के अवसर बढ़ेंगे। ग्रीन कॉरिडोर और रिवर फ्रंट के रूप में भी इसका विकास होगा जिससे शहर का विकास होगा।

प्रवीण, छपरा। शहरवासियों के लिए एक बड़ी सौगात की शुरुआत हो चुकी है। रिविलगंज से बिशनपुर तक सरयू नदी के किनारे 21 किलोमीटर लंबी फोरलेन बाइपास सड़क का निर्माण कार्य अब धरातल पर नजर आने लगा है।
मरीन ड्राइव की तर्ज पर बनाई जा रही यह सड़क सरयू नदी के किनारे ऊंचे बांध पर बन रही है। उससे यह क्षेत्र न केवल सौंदर्य की दृष्टि से आकर्षक बनेगा, बल्कि बाढ़ सुरक्षा कवच के रूप में भी कार्य करेगा।
वर्तमान में इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए चयनित निर्माण एजेंसी द्वारा रिविलगंज की ओर से तेजी से मिट्टी भरने का काम किया जा रहा है।
नदी किनारे चल रहे इस कार्य की गति को देखकर उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में सड़क का ढांचा स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगेगा।
45 फीट चौड़ी सड़क से बदलेगा आवागमन का नक्शा
45 फीट चौड़ी यह फोरलेन सड़क कुल 18 गांवों से होकर गुजरेगी, जिसमें गोदना, समस्तीपुर, सिमरिया, नवाजी टोला, दीलिया रहीमपुर, जान टोला, जैल शहर, चकिया, पुरवारी रौजा, पश्चिमी रोजा, जलालपुर, मखदुमगंज, घेंघटा, खलपुरा,शेरपुर पूर्वी-पश्चिमी, तेलपा प्रमुख हैं। इसके निर्माण में लगभग 128 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जा रही है।
पटना और यूपी की दूरी होगी कम
इस बाइपास सड़क के बन जाने से सिवान, गोपालगंज व उत्तर प्रदेश के बलिया जैसे क्षेत्रों से पटना की ओर यात्रा करने वालों को काफी राहत मिलेगी।
वर्तमान में जिन यात्रियों को छपरा शहर के भीतरी ट्रैफिक से होकर गुजरना पड़ता है, वे अब सीधे रिविलगंज के पास बने इस बाइपास से होकर बिशनपुर एनएच-19 तक पहुंच सकेंगे।
ट्रैफिक जाम से निजात और व्यवसाय की संभावना
इस सड़क के चालू हो जाने से शहर के अंदर लगने वाले भीषण जाम की समस्या से काफी हद तक मुक्ति मिलेगी। भारी वाहनों को शहर में प्रवेश की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
वहीं, सड़क किनारे छोटे-बड़े व्यवसाय, होटल, रेस्टोरेंट, पार्किंग, सांस्कृतिक केंद्रों व अन्य सुविधाओं के विकसित होने से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
ग्रीन कारिडोर और रिवर फ्रंट की परिकल्पना
निर्माण कार्य से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इस सड़क को रिवर फ्रंट के रूप में भी विकसित करने की योजना है।
इसके तहत लगभग 21 किलोमीटर लंबा ग्रीन कारिडोर विकसित किया जाएगा। इसमें मल्टीपर्पस हाल, पर्यटन स्थल, फूड कोर्ट, बोटिंग जोन, मनोरंजन पार्क और छठ पूजा जैसे पर्वों के लिए स्थायी इंतजाम किए जाएंगे।
शहर के समग्र विकास का आधार
इस परियोजना को छपरा के समग्र विकास की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है। न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी।
मरीन ड्राइव की तर्ज पर बन रही यह सड़क आने वाले वर्षों में छपरा को प्रदेश के अग्रणी शहरों की सूची में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
नदी पथ निर्माण से बढ़ेगा रोजगार, व्यवसाय को मिलेगा बढ़ावा
मरीन ड्राइव की तर्ज पर बन रहे 21 किलोमीटर लंबे नदी पथ के निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इस फोरलेन सड़क के दोनों किनारों पर व्यवसाय से जुड़े लोग अपनी दुकानें लगाएंगे, जिससे उनके लिए आय का स्थायी स्रोत विकसित होगा।
इसके अलावा, यह क्षेत्र सुबह और शाम के समय लोगों के टहलने के लिए आकर्षक स्थान बनेगा। नदी के किनारे खुशनुमा वातावरण में लोग सुबह की सैर और शाम की मस्ती का आनंद लेंगे। वहीं, शाम के वक्त घूमने आने वाले लोगों की भीड़ दुकानदारों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।