सारण के पानापुर की पंचायतों में बने आरटीपीएस काउंटर अनुपयोगी
पानापुर प्रखंड की पंचायतों में संचालित आरटीपीएस काउंटर अपने उद्देश्य से पूरी तरह भटक गए हैं। आलम यह है कि हाल के वर्षो में पूरे जोशोखरोश के साथ पंचायत ...और पढ़ें

सारण । पानापुर प्रखंड की पंचायतों में संचालित आरटीपीएस काउंटर अपने उद्देश्य से पूरी तरह भटक गए हैं। आलम यह है कि हाल के वर्षो में पूरे जोशोखरोश के साथ पंचायत भवनों व पंचायत सरकार भवन में उद्घाटित आरटीपीएस काउंटर अनुपयोगी हो गए हैं।
पंचायतों में संचालित आरटीपीएस काउंटर की सतही हालात को जानने के उद्देश्य से दैनिक जागरण द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को प्रखंड के टोटहां जगतपुर, सतजोरा एवं बेलौर पंचायतों में जागरण की टीम पहुंची एवं स्थिति का जायजा ली। टोटहां जगतपुर के आरटीपीएस काउंटर पर उगे झार-झंखाड़
सुबह 11: बजे जागरण की टीम टोटहां जगतपुर पंचायत के टोटहां जगतपुर गांव स्थित मनरेगा भवन पर पहुंची। भवन को देखकर कहीं से भी उसे आरटीपीएस भवन नही कहा जा सकता। भवन पर कुछ भी नहीं लिखा हुआ था। न ही उसका रंगरोगन ही हुआ था। भवन के आगे झार झंखाड़ उगे हुए थे। सहसा विश्वास नहीं हो रहा था कि वास्तव में इसमें आरटीपीएस चलता है। भवन के बगल में मौजूद घर के बागवानी में बैठे गुप्तेश्वर प्रसाद, शिवलाल प्रसाद, सोनू कुमार ने पूछने पर बताया कि भवन में कोई काम नहीं होता है। हां एक व्यक्ति कभी कभी आते है और कुछ देर बैठकर चले जाते। वे किस लिए आते हैं और उनका क्या काम है हमलोग नहीं जान पाते हैं। आरटीपीएस से संबंधित सभी कार्य ब्लाक से कराना पड़ता है। पंचायत सरकार भवन बना भूतबंगला
समय 11:40 बजे जागरण की टीम सतजोरा पंचायत के सतजोरा हाई स्कूल के बगल में बने पंचायत सरकार भवन पर पहुंची। वहां लाखों रुपये के खर्च से बना पंचायत सरकार भवन सुनसान पड़ा हुआ था। आसपास में कोई व्यक्ति नजर नहीं आ रहे थे। ऐसा लग रहा था कि यह भवन भूतबंगला हो गया है। वहा भी आरटीपीएस से संबंधित कोई गतिविधि नजर नहीं आई। दो पंचायतों के प्रभार में कार्यपालक सहायक
समय 12:10 जागरण की टीम बेलौर पंचायत के बेलौर बाजार के समीप पंचायत भवन में संचालित आरटीपीएस काउंटर पर पहुंची। वहां पदस्थापित कार्यपालक सहायक मिथिलेश कुमार काउंटर पर बैठकर अपनी ड्यूटी दे रहे थे। पंचायत भवन के बाहर चबूतरे पर गांव के इस्लाम मियां बैठकर तजेया बना रहे थे। पूछने पर बताया कि काउंटर खुलता है। यहां पर हमलोगों का काम भी होता है। कार्यपालक सहायक ने बताया कि हमारे जिम्मे दो पंचायतों का प्रभार है। यहां पर सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को आते है। जो ग्रामीण काम को लेकर आते है, उनका काम किया जाता है।

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