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    बाल संवाद : ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे आपका सिर नीचा हो

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 01 Nov 2018 10:23 PM (IST)

    दैनिक जागरण की ओर से आयोजित बाल संवाद में डीएम सुब्रत कुमार सेन ब्रजकिशोर किंडर गार्टन स्कूल के बच्चों से मुखातिब हुए। बच्चे डीएम के चैंबर में पहुंचकर काफी खुश थे। जिले के सबसे बड़े अधिकारी को अपने पास बैठा देख उन्हें सहसा विश्वास ही नहीं हो रहा था।

    बाल संवाद : ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे आपका सिर नीचा हो

    जागरण संवाददाता, छपरा : दैनिक जागरण की ओर से आयोजित बाल संवाद में डीएम सुब्रत कुमार सेन ब्रजकिशोर किंडर गार्टन स्कूल के बच्चों से मुखातिब हुए। बच्चे डीएम के चैंबर में पहुंचकर काफी खुश थे। जिले के सबसे बड़े अधिकारी को अपने पास बैठा देख उन्हें सहसा विश्वास ही नहीं हो रहा था। डीएम भी बच्चों से मिलकर काफी खुश थे। कभी छात्राओं के प्रश्न पर मुस्कुराए तो कभी गंभीर होकर उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। कभी शिक्षक और मार्गदर्शक तो कभी जिम्मेदार नागरिक की तरह नजर आए। बच्चों ने कई ऐसे भी प्रश्न पूछ दिए जिसके बारे में डीएम ने कभी सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहा था। मसलन अपने छात्र जीवन, अपनी बुद्धिमता, अपनी हॉबी आदि के बारे में भी उन्होंने छात्रों को सहजता से उत्तर दिया। उन्होंने छात्रों को यह संदेश देने का प्रयास किया कि सफलता के लिए सतत प्रयास जरूरी है। 20 छात्र-छात्राएं पहुंचे डीएम के कक्ष में

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    स्कूल के करीब 20 छात्र-छात्राएं जिलाधिकारी से मिलने पहुंची थी। जिलाधिकारी ने सभी बच्चों को अपने कक्ष में बुलाया। अपने सामने वाली कुर्सी पर बिठाकर अपने कार्यालय के बारे में बताया। सभागार में लेजाकर डीएम ने बच्चों से बातें कीं। डीएम ने कहा-सरकार की बड़ी योजना है सात निश्चय

    बाल संवाद शुरू होते ही डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में बच्चों को बताया। उन्होंने कहा कि सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजना है सात निश्चय। इसके तहत राज्य के प्रत्येक घर में विद्युत पहुंचाने, हर घर में नल का जल पहुंचाने, हर गली को पक्की सड़क व नाली का निर्माण कराने की योजना शुरू की गई है। राज्य में विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है। कुछ घर बचे हैं जहां कनेक्शन देने का कार्य चल रहा है। इसी के तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की योजना है। इस योजना से आगे की पढ़ाई करने के लिए बिना किसी गारंटी के आपको चार लाख रुपये का शिक्षा ऋण मिलेगा। छात्र के लिए चार फीसद तथा छात्राओं के लिए एक फीसद ब्याज पर ऋण दिया जा रहा है। नौकरी लगने के बाद आपको इसे जमा करना है। इस योजना से आपकी कभी भी पढ़ाई बाधित नहीं होगी। अन्य योजनाओं के बारे में भी डीएम ने उन बच्चों को बताया ताकि बच्चे भी योजना के बारे में जान सके और इसका लाभ ले सके। बच्चों ने डीएम से पूछे अनोखे सवाल

    प्रश्न : सर ड्यूटी के बाद क्या पसंद है आपको - अनुष्का

    डीएम: यह मूड पर डिपेंड करता है। लगातार काम करते-करते कभी मन करता है कि कुछ खेलूं। तो खेलने लगता हूं। जब मूड करेगा कि आज मूवी देखना है तो मूवी देखता हूं। कभी-कभी अकेले बैठना का मन करता है तो अकेले बैठ जाता हूं। प्रश्न : डीएम सर बचपन में पढ़ाई में अच्छे थे कि नहीं, कहां तक पढ़ाई की - शौर्या

    डीएम : मैं तो सरकारी विद्यालय में पढ़ा। ऐसा नहीं था कि मैं शुरू से ही पढ़ाई में अच्छा रहा हूं। लेकिन पढ़ाई पर विशेष ध्यान देता था। मेरे दिमाग में शुरू से ही बेहतर करने की ललक थी। बीए की पढ़ाई के बाद सिविल सेवा की तैयारी की। आप सब भी शुरू से एनसीईआरटी की पुस्तकें पढ़ें। नियमित अध्ययन करें। लक्ष्य जरूर हासिल होगा। प्रश्न : सर आप किस विषय पर ज्यादा ध्यान दिए - हसन राजा

    डीएम : मैं फिर यही बात कह रहा हूं कि आप प्लस टू तक कुछ मत सोचिए, सभी विषयों की पढ़ाई पूरी गंभीरता से कीजिए। उसके बाद अपनी रूचि के अनुसार लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करिए। प्रश्न : सर आप काम नहीं करने वालों को किस प्रकार दंडित करते हैं - अंकिता

    डीएम : इसके लिए प्रावधान बना हुआ है। उसी के अनुसार विभागीय तरीके से किसी को दंडित किया जाता है। कोई ऐसा काम नहीं करें जिससे आपका, आपके माता-पिता का सिर नीचा हो। जिसका जो काम है वह अपना काम इमानदारी से करे तो समाज काफी आगे बढ़ जाएगा। प्रश्न : लोग कहते हैं कि सैनिक देश की सेवा कर रहे हैं, आप भी तो देश की सेवा कर रहे हैं - आयुषी

    डीएम : मैं देश की सेवा नहीं कर रहा। मैं अपना कार्य कर रहा हूं। जिसके लिए मैं यहां नियुक्त हूं। इसके लिए सरकार हमें वेतन देती है। प्रश्न : कोई ऐसी घटना बताइए जो जीवन में सबसे अच्छा लगा हो और उससे आनंद आया हो - जयश्री

    डीएम : जब मैं परीक्षा पास करता था तो अच्छा लगता था। आइएएस का रिजल्ट आया तो सबसे बड़ी खुशी मिली। इसके अलावा जीवन में कई पल आए जिसमें काफी आनंद आया था। बच्चों ने कहा थैंक्यू जागरण

    बाल संवाद कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे और काफी देर तक सवाल जवाब करने के बाद जब बच्चे बाहर निकले तो विद्यालय की शिक्षिका अनुराधा शुक्ला व बच्चों ने इस कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया। बच्चों ने कहा थैंक्स जागरण।