मुबारकपुर पिटाई मामला: मांझी में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी, दूसरे युवक का पटना में कराया दाह संस्कार
मांझी के मुबारकपुर गांव में बंद कमरे में पिटाई से जख्मी दूसरे युवक की मौत के बाद पटना में ही उसका अंतिम संस्कार करा दिया गया है। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। दोबारा बवाल की आशंका को देखते हुए पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।

जागरण टीम, छपरा/मांझी (सारण)। मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के समर्थकों की पिटाई से जख्मी दूसरे युवक राहुल कुमार की पटना में मौत के बाद उसका दाह संस्कार पटना में ही स्वजन द्वारा कर दिया गया। इसके पूर्व पिटाई से गावं के अमितेश की मौत हो चुकी है।
घटना के बाद से राहुल की स्थिति काफी दयनीय थी। चिकित्सकों ने उसे बचाने की हर संभव कोशिश की। लेकिन राहुल की मौत हो गई। राहुल की मौत के बाद गांव में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील है। इसके साथ ही बवाल की आशंका को देखते हुए इलाके में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
गांव में दूसरे दिन भी हुई कुर्की-जब्ती की कार्रवाई
गांव में दूसरे दिन भी चारों आरोपियों के घरों की कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई दोपहर बाद पूरी हो गई। मुखिया प्रतिनिधि के पोल्ट्री फार्म पर भी पुलिस का हाथौड़ा और खंती चले। वहां भी कुर्की-जब्ती की गई। एसपी डॉ. गौरव मंगला ने बताया कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और गांव में शांति है। सभी असामाजिक तत्वों पर पुलिस की पैनी नजर है।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर गांव में या पूरे इलाके में शांति भंग करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे प्रकरण में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इस प्रकरण की जांच के लिए गठित एसआइटी फरारियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है। पुलिस टीम द्वारा गांव व आसपास के इलाकों में लगातार गश्त की जा रही है।
पटना में ही करा दिया राहुल का अंतिम संस्कार
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बुधवार शाम राहुल की मौत के बाद उसके शव का दाह संस्कार गुरुवार को पटना में ही उसके स्वजन से करा दिया गया। परिवार के लोगों ने भी विधि व्यवस्था को लेकर पुलिस का सहयोग किया और शव का दाह संस्कार पटना में कराया।
उधर, गांव में पूरी तरह शांति बहाल करने को लेकर काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। एसपी डॉ. गौरव मंगला के निर्देश पर उनकी मौजूदगी में दूसरे दिन भी शेष कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गई। इस दौरान चारों आरोपियों के घरों के अलावा मुखिया प्रतिनिधि के मुर्गी फार्म पर भी पुलिस का हथौड़ा चला और कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गई।
कुर्की-जब्ती के बाद लिस्ट बनाते हुए वाहनों से सभी सामान को मांझी थाने भेजा गया। इसके लिए काफी संख्या में मजदूरों को लगाया गया। सभी घरों की चौखट, दरवाजे एवं खिड़की को तोड़कर निकाल दिया गया है। वहीं, ग्रिल को भी हटा दिया गया है।
इसके बाद पलंग, चौकी, अलमारी, फर्नीचर, कपड़ा, बर्तन आदि जब्त किए गए हैं। कुर्की जब्ती की कार्रवाई पूरी तरह से पारंपरिक तरीके से की गई है। दूसरे दिन गुरुवार को भी कुर्की जब्ती के दौरान डुगडुगी बजाई गई और लोगों को इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी गई।
इलाके में शांति की उम्मीद
गांव के प्रबुद्ध लोगों को उम्मीद है कि अब पूरे इलाके में शांति व्यवस्था कायम हो जाएगी। वहीं, पुलिस प्रशासन भी किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ना चाह रहा। पूरे इलाके में बिहार पुलिस के अलावा एसटीएफ एवं बिहार सैप जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है। महिला बटालियन को भी लगाया गया है। वहीं, जिले के सभी वरीय अधिकारी कैंप कर रहे हैं। कुर्की-जब्ती के दौरान मांझी थाने में डीआइजी एवं कमिश्नर भी मौजूद थे। उनके द्वारा पूरी कार्रवाई की जानकारी ली जा रही थी।
यह है मामला: मुर्गी फार्म में मॉब लिंचिंग के बाद मचा था बवाल
बताते चलें कि दो फरवरी को मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव एवं उनके सहयोगियों द्वारा मुर्गी फार्म में तीन युवकों को बंधक बनाकर बेरहमी से पिटाई की गई थी। इसमें मुबारकपुर निवासी शिक्षक जयप्रकाश नारायण सिंह के पुत्र अमितेश कुमार सिंह की मौत हो गई थी।
इस पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद गांव में जमकर बवाल हुआ था। उस दौरान मुखिया के वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया था। इसके बाद पुलिस ने हालात पर नियंत्रण रखने के लिए सभी सोशल साइट पर रोक लगा दी है। इसमें जख्मी राहुल की भी मौत बुधवार की शाम में हो गई।
पटना के गुलबी घाट पर संजय सिंह के पुत्र राहुल कुमार सिंह के अंतिम संस्कार में सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह व स्वजन और अधिकारियों के साथ अन्य लोग मौजूद थे। मांझी कांड से संबंधित पूरे प्रकरण में पुलिस द्वारा अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसमें हत्या के मामले में पांच नामजद में से एक नामजद सहित चार प्राथमिक आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हीं पांच नामजदों में से फरार चार आरोपितों विजय यादव, उसके भाई अजय यादव, दीपक यादव व विक्की के घरों की कुर्की-जब्ती की गई है।
सारण के लोगों ने विभाजनकारी राजनीति को हमेशा दरकिनार किया: शैलेंद्र प्रताप सिंह
सारण में हुई हिंसा के पीड़ितों को राहत के लिए सारण विकास मंच लगातार प्रयासरत है। मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह पीड़ित परिवारों को सरकारी सहायता दिलाने और क्षेत्र में शांति व्यवस्था के लिए कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मांझी में जो हुआ, वो दुखद और अफसोसजनक है।
उन्होंने कहा कि सारण कभी हिंसा का क्षेत्र रहा ही नहीं है। सामाजिक और साम्प्रदायिक सौहार्द्र के कई उदाहरण इस क्षेत्र ने पेश किए हैं। कुछ लोगों ने इसे बदनाम करने की कोशिश जरूर की है, लेकिन वे कभी सफल नहीं होंगे। साथ ही इस मामले में विभाजनकारी राजनीति का भी प्रयास किया है। यह कभी सफल नहीं होगा।
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पहले अमितेश कुमार सिंह की मौत हुई। इसके बाद इलाज के दौरान पटना में राहुल कुमार सिंह की भी मौत हो गई है। इसके बावजूद इन दोनों परिवारों का धैर्य अद्भुत है। इन्हें कानून पर भरोसा भी है और प्रशासनिक व्यवस्था से ये संतुष्ट भी हैं। उन्होंने बताया कि राहुल के स्वजन ने अंतिम संस्कार भी पटना के गुलबी घाट पर किया, ताकि माहौल नहीं बिगड़े। यह बहुत बड़ा त्याग है।
मांझी एवं एकमा प्रखंड क्षेत्र में अगले आदेश तक लागू रहेगी निषेधाज्ञा
मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में दो युवकों की हत्या एवं बवाल के बाद लागू निषेधाज्ञा फिलहाल अगले आदेश तक जारी रखी जाएगी। पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव मंगला ने बताया कि स्थिति सामान्य होने तक प्रभावित क्षेत्र एवं आसपास के इलाके में दंडाधिकारी व पुलिस की तैनाती पूर्व की तरह अगले आदेश तक रहेगी।
इसके साथ ही प्रभावित एकमा एवं मांझी प्रखंड क्षेत्र लागू निषेधाज्ञा में भी कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। खास बात यह है कि मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के पोल्ट्री फार्म में तीन युवकों को बंद कर पिटाई करने वाले, इसके बाद तोड़फोड़ व आगजनी करने वाले एवं इन दोनों घटनाओं को लेकर सामाजिक विद्वेष फैलाने वालों के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्याकांड के पांच में से चार नामजद आरोपियों के घर की कुर्की-जब्ती की कार्रवाई पूर्ण कर ली गई है। इंटरनेट मीडिया का उपयोग कर उन्माद फैलाने वाले वीडियो एवं संदेश प्रसारित करने वाले लोगों को चिह्नित करने तथा गिरफ्तार करने की कार्रवाई जारी है।
उन्होंने कहा कि विद्वेष और उन्माद फैलाने वालों के विरुद्ध नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस टीम द्वारा प्रसारित संदेश एवं वीडियो की समीक्षा कर भेजने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। इस मामले में पांच लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ऐसे लोगों की पहचान करने के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई अभी जारी रहेगी।
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