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    मशरक में युवक पर दिनदहाड़े दो हमले: पुलिस की निष्क्रियता से ग्रामीणों में आक्रोश, सुरक्षा पर उठे सवाल

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 04:10 PM (IST)

    सारण जिले के मशरक में वशिष्ठ कुमार नामक युवक पर दिनदहाड़े दो बार हमला हुआ, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। पहली घटना में निमंत्रण बांटने जाते समय उन्हें ...और पढ़ें

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    सुरक्षा पर उठे सवाल

    संवाद सूत्र, मशरक (सारण)। मशरक थाना क्षेत्र के डुमरसन बंगरा गांव में वशिष्ठ कुमार पर दिनदहाड़े दो अलग-अलग हमले होने से पूरे इलाके में दहशत और नाराज़गी फैल गई है। पीड़ित वशिष्ठ कुमार, जो गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के कर्मशिला गांव निवासी भृगुनाथ दास के पुत्र हैं, पर हुए इन हमलों ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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    पहली वारदात 26 नवंबर 2025 को हुई। वशिष्ठ अपने भाई की शादी का निमंत्रण बांटने मढ़ौरा जा रहे थे। इसी दौरान बंगरा काली स्थान के पास पहले से घात लगाए कुछ युवकों ने उन्हें रोक लिया। आरोप है कि हमलावरों ने उन्हें मोटरसाइकिल से उतारकर चंवर में ले जाकर बेल्ट और मुक्कों से बुरी तरह पीटा। इस दौरान उनके जेब से 20 हजार रुपये और गले का सोने का चैन भी छीन लिया गया। घटना के बाद वशिष्ठ ने मशरक थाना में लिखित शिकायत दी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की।

    इसी बीच, 2 दिसंबर को लखनपुर बाजार में वशिष्ठ पर फिर से हमला किया गया। इस बार हमलावर लाठी-डंडों से लैस थे और पीड़ित को बेरहमी से पीटा गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा बढ़ गया। ग्रामीणों का कहना है कि महज कुछ दिनों के भीतर दिनदहाड़े दो बार हमला होना और पुलिस का चुप्पी साधे रहना प्रशासनिक लापरवाही का साफ प्रमाण है। लोगों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने से हमलावरों के हौसले बुलंद हैं।

    पीड़ित परिवार लगातार भय में जी रहा है और आशंका व्यक्त कर रहा है कि अगर आरोपितों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। वहीं स्थानीय लोगों ने भी पुलिस-प्रशासन से तत्काल आरोपितों की गिरफ्तारी, पीड़ित को सुरक्षा देने और मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

    सूत्रों के अनुसार, यह विवाद करीब दो वर्ष पुराने किसी मामले से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पुलिस की चुप्पी और निष्क्रियता से क्षेत्र में डर और असुरक्षा की भावना और गहरी होती जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में ऐसे मामले और बढ़ सकते हैं।